Deltacron:ओमिक्रॉन और डेल्टा (Omicron Delta) से मिलकर बने नए वायरस (Recombinant Virus) वायरस को डेल्टाक्रॉन (Deltacron) कहा जा रहा है.
इसके मरीज महाराष्ट्र, दिल्ली, तेलंगाना समेत भारत के कई राज्यों में मिले हैं.
Deltacron:जानकारों के मुताबिक यह एक सुपर सुपर-म्यूटंट वायरस है. इसका वैज्ञानिक नाम BA.1+B.1.617.2 है. जानकारों के मुताबिक डेल्टा और ओमिक्रॉन से मिलकर यह नया स्ट्रेन बना है.
यह पिछले महीने सबसे पहले साइप्रस में पाया गया.
उस वक्त कुछ जानकारों ने इसे लैब में हुई तकनीकी गलती से आई गलत रिपोर्ट समझा था.
लेकिन अब ब्रिटेन में भी मरीज सामने आ रहे हैं.
इस तरह डेल्टाक्रॉन नाम का यह नया कोरोना वायरस डेल्टा और ओमिक्रॉन से मिलकर बना है.
जानकारों के मुताबिक डेल्टा और ओमिक्रॉन से बना यह नया वायरस कितना खतरनाख है, इस बारे में रिसर्च शुरू है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस वायरस की शुरुआत फ्रांस में जनवरी 2022 में हुई और वहां पहला मरीज मिला.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा का यह रिकॉम्बिनंट वायरस तेजी से फैल रहा है.
डब्लूएचओ की विशेषज्ञ मारिया वैन कारखोव ने कहा है कि SARSCov2 के ओमिक्रॉन और डेल्टा वेरिएंट एक साथ फैलने की आशंका है.
यह काफी तेजी से फैल सकता है.
देश में पिछले कुछ दिनों से दो हजार के आस-पास कोरोना के मरीज सामने आ रहे हैं.
यह आंकड़ा यह बताता है कि भारत में कोरोना संक्रमण कंट्रोल में है.
लेकिन चीन, हॉन्गकॉन्ग, दक्षिण कोरिया जैसे देशों में लाखों नए केस सामने आ रहे हैं.
इस बात ने चिंता बढ़ा दी है.
भारत के कोविड जीनोमिक्स कंसोर्सियम (INSACOG) और GSAID ने चेतावनी दी है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा के रिकॉम्बिनेंट वायरस के 568 सैंपल की जांच की जा रही है.
Deltacron: तेलंगाना टूडे का हवाला से जानकारियों के मुताबिक इस नए कोरोना वायरस डेल्टाक्रॉन को लेकर कर्नाटक हॉटस्पॉट बन गया है.
यहां 221 मामले सामने आए हैं.
इसी तरह तमिलनाडू में 90, महाराष्ट्र में 66, गुजरात में 33,
पश्चिम बंगाल में 32, तेलंगाना में 25 और नई दिल्ली में 20 सैंपल को जांच के लिए लिया गया है.
इस रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि ऐसे 568 मामलों में डेल्टा और ओमिक्रॉन के मिले-जुले वायरस मिलने के संकेत मिले हैं.