बेंगलुरू : KS Eshwarappa: भ्रष्टाचार के आरोप और एक ठेकेदार की खुदकुशी में कथित भूमिका को लेकर विवादों में घिरे कर्नाटक के मंत्री केएस ईश्वरप्पा ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को सौंप दिया है.
इस्तीफा देने से पहले,
केएस ईश्वरप्पा (KS Eshwarappa) ने आज अपने समर्थकों से चिंता नहीं करने को कहा था क्योंकि ‘वे वापस लौटेंगे’.
शक्ति प्रदर्शन के तहत वे कारों के एक काफिले के साथ राजधानी बेंगलुरू पहुंचे थे.
उधर, शिवमोगा में ईश्वरप्पा के समर्थकों ने उनका ‘जबरन इस्तीफा’ लिए जाने के विरोध में प्रदर्शन किया.
ईश्वरप्पा ने संवाददाताओं से चर्चा में कहा था,
“मैं पार्टी में अपने वरिष्ठों और शुभचिंतकों के लिए कोई परेशानी खड़ी करना नहीं चाहता.
इसलिए मैं इस्तीफा सौंपने के लिए शाम को मुख्यमंत्री से मिलने जा रहा हूं.”
बाद में उन्होंने सीएम से मुलाकात कर उन्हें इस्तीफा सौंप दिया.
Karnataka Minister KS Eshwarappa arrives at Chief Minister Basavaraj Bommai’s residence to tender his resignation amid the row over the alleged suicide of contractor Santosh Patil. pic.twitter.com/WU67bUzKkR
— ANI (@ANI) April 15, 2022
कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे के ‘40% मनी स्कैंडल’ में कुछ और लोगों के शामिल होने के आरोपों पर KS Eshwarappa ने कहा था, ‘वे (खड़गे) मामले में शामिल एक भी शख्स का नाम क्यों नहीं ले रहे?
‘गौरतलब है कि बोम्मई सरकार के ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री ईश्वरप्पा पर एक कांट्रेक्टर संतोष पाटिल ने “कमीशन” मांगने के आरोप लगाए थे.
पाटिल ने कथित तौर पर मंगलवार को खुदकुशी कर ली थी.
संतोष के पाटिल का शव उडुपी में एक निजी लॉज के कमरे में मिला था.
इस ठेकेदार ने व्हाट्सएप संदेश में ईश्वरप्पा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया.
इस संदेश में उन्होंने आरोप लगाया था कि उसकी मृत्यु के लिए ईश्वरप्पा जिम्मेदार हैं.
खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताने वाले पाटिल ने आरोप लगाया था.
उसने आरडीपीआर विभाग में एक काम किया था और चाहते थे कि इसका भुगतान हो,
लेकिन ईश्वरप्पा ने चार करोड़ रुपये के काम में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी.
संतोष पाटिल को कथित तौर पर मंत्री (ईश्वरप्पा) की मौखिक सहमति पर चार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट पर काम दिया गया था
लेकिन 18 माह के बाद भी उसका भुगतान नहीं हुआ था.
इस काम के लिए संतोष ने बड़ी राशि उधार ली थी यहां तक कि उसने अपनी पत्नी की ज्वैलरी भी गिरवी रखी थी.
राज्य की शक्तिशाली ठेकदार लॉबी ने स्वीकार किया है कि मौजूदा समय में कमीशन की संस्कृति की है जो कि 40 फीसदी से अधिक है.
इस बीच, कर्नाटक में बीजेपी के प्रभावी नेता और पूर्व सीएम बीएस येदियुरप्पा अपने ‘पुराने दोस्त’ के समर्थन में खड़े नजर आए.
येदियुरप्पा ने विश्वास जताया कि वे (ईश्वरप्पा) सभी आरोपों से बेदाग होकर निकलेंगे
और जल्द ही मंत्री पद पर वापसी करेंगे.
‘ईश्वरप्पा की ओर से कल इस्तीफा देने का ऐलान,
कर्नाटक के सीएम बासवराज बोम्मई की ओर से फिलहाल ‘मंत्री’ के सरकार में बने रहने के बयान के कुछ घंटों बाद आया था.