नई दिल्ली: Jahangirpuri Violence: उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार शाम को हनुमान जयंती पर शोभायात्रा में पथराव के बाद,
भड़की हिंसा के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने पहली एफआईआर दर्ज करते हुए,
अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है.
Jahangirpuri Violence: दिल्ली पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराओं 147, 148, 149, 186, 353, 307, 323, 332, 427, 436, 120 बी और 27 आर्म्स एक्ट के तहत एफआईआर की है.
जहांगीरपुरी में तैनात इंस्पेक्टर राजीव रंजन के बयान के अनुसार,
एफआईआर में कहा गया है कि शोभायात्रा शांतिपूर्ण तरीके से चल रही थी,
शाम 6 बजे जब यह शोभायात्रा सी-ब्लॉक जामा मस्जिद के पास पहुंची,
तो अंसार नाम का एक शख्स अपने 4-5 अन्य लोगों के साथ वहां पहुंचा
और शोभायात्रा में शामिल लोगों से बहस करने लगा.
बहस ज्यादा बढ़ने के कारण दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया. इसके चलते शोभायात्रा में भगदड़ मच गई.
पुलिस ने पथराव को रोकने और शांति बनाए रखने की अपील करते हुए,
दोनों पक्षों को समझा-बुझाकर अलग कर दिया,
लेकिन कुछ ही मिनटों के बाद दोनों पक्षों की ओर से अचानक फिर से नारेबाजी और पथराव शुरू हो गया.
इसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना देकर और पुलिस बल मौके पर बुलाया गया.
इसके बाद कंट्रोल रूम को सूचना देकर और पुलिस बल मौके पर बुलाया गया.
हालात को संभालने के लिए सीनियर अधिकारियों द्वारा लोगों से शांति कायम करने की बार-बार अपील की गई,
लेकिन एक पक्ष द्वारा लगातार पत्थरबाजी की जा रही थी.
हालात को काबू करने के लिए पुलिस की ओर से 40-50 आंसू गैस के गोले दागे गए
और भीड़ को तितर-बितर कर स्थिति को नियंत्रित किया गया.
इस दौरान भीड़ की ओर से पुलिस टीम पर भी पथराव और फायरिंग की गई,
Jahangirpuri Violence में जहांगीरपुरी थाने में तैनात सब-इंस्पेक्टर मेदालाल के बाएं हाथ में गोली लगी व 6-7 अन्य पुलिसकर्मियों और 1 आम नागरिक को भी गंभीर चोटें आईं.
उपद्रवी भीड़ ने इस घटनाक्रम में एक स्कूटी में आग लगा दी व 4-5 गाड़ियों में भी तोड़फोड़ कर दी.
इलाके में शांति भंग करने के साथ ही प्राइवेट प्रॉपर्टी को भी नुकसान पहुंचाया गया.
पुलिस को मौके पर काफी मात्रा में पत्थर और टूटी हुई बोतलें आदि बिखरे पड़े मिले.