वाराणसी:Gyanvapi Masjid case:वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर में परिसर स्थित मां शृंगार गौरी के दर्शन-पूजन को लेकर दायर याचिका पर जिला अदालत ने कमीशन बैठाकर वीडियोग्राफी कराने का आदेश दिया है.
इसके लिए छह व सात अप्रैल की तिथि तय की है.
ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी को लेकर शुक्रवार सुबह से ही सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
परिसर को होर्डिंग आदि से ढक दिया गया है.सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ा दी गयी है.
Gyanvapi Masjid case:अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने वीडियोग्राफी कराए जाने के फैसले का विरोध जताया है.वाराणसी में ज्ञानवापी परिसर में वीडियोग्राफी के विरोध में नारेबाजी हुई है.
मिली जानकारी के अनुसार मौके पर मौजूद कुछ लोगों ने नारेबाजी की.
यह वीडियोग्राफी और सर्वे अदालत के आदेश पर कराया जा रहा है.
वहीं नारेबाजी और हंगामे के बाद पुलिस ने इलाके में गश्त बढ़ा दी है.
इसके साथ ही सुरक्षाकर्मियों की तैनाती भी बढ़ा दी गई है.
पुलिस मौके पर मौजूद लोगों से अपील कर रही है कि वो यहां से हट जाएं.
जुमे की नमाज के लिए काफी संख्या में नमाजी पहुंचे थे और शांतिपूर्ण तरीके नमाज पढ़कर निकलने लगे.
दूसरी ओर सर्वे शुरू होने से पहले जुमा की नमाज के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे.
दरअसल, श्रृंगार गौरी मंदिर-ज्ञानवापी मस्जिद मामले में कोर्ट द्वारा नियुक्त आयुक्त द्वारा मस्जिद का सर्वेक्षण किया जाना है. यह सर्वे शुक्रवार शाम 6 बजे तक चलेगा.
सर्वेक्षण टीम में पक्ष और विपक्ष के कुल 36 लोग शामिल होंगे.
दरअसल, श्रृंगार गौरी का मंदिर जो ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में मौजूद है और मस्जिद की दीवार से सटा हुआ है.
हिंदू समाज के ज्यादातर लोगों का कहना है कि मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गई है.
हिंदू पक्षकारों का मानना है कि पहले यहां मंदिर हुआ करता था.
दावा किया जा रहा है कि असली शिवलिंग ज्ञानवापी मस्जिद के तहखाने में छिपा है.
हालांकि अब जब ये सर्वे होगा तब सच्चाई सामने आने की उम्मीद जताई जा रही है.
वहीं दूसरी ओर मुस्लिम पक्षकार का कहना है कि वे मस्जिद में किसी को घुसने नहीं देंगे.
इस पर संत समिति का दावा है कि विरोध इसलिए किया जा रहा है,
कि क्योंकि मंदिर तोड़कर मस्जिद बनी है और सर्वे से इसकी सच्चाई सामने आ जाएगी.