Quad Meeting : Japan के रक्षा मंत्री ने दावा किया कि चीनी और
रूसी लड़ाकू विमानों ने मंगलवार को जापान के पास उस समय संयुक्त उड़ानें भरीं जब क्वाड ब्लॉक (यूएस, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान) के नेता टोक्यो में मिले.
नोबुओ किशी ने कहा कि सरकार ने उड़ानों को लेकर रूस (Russia) और
चीन (China) को “गंभीर चिंता” व्यक्त की है.
रक्षा मंत्रालय ने एएफपी को बताया विमानों ने क्षेत्रीय एयर स्पेस का उल्लंघन नहीं किया.
मंत्रालय ने कहा कि नवंबर के बाद से यह चौथी बार है जब रूस और चीन द्वारा लंबी दूरी की संयुक्त उड़ानें जापान के पास देखी गईं.
किशी ने कहा,” जापान सागर में दो चीनी बॉम्बर्स, दो रूसी बॉम्बर्स के साथ शामिल हो गए
और पूर्वी चीन सागर के लिए एक संयुक्त उड़ान भरी.
” उन्होंने कहा, “इसके बाद, कुल चार विमान, दो अनुमानित नए चीनी बमवर्षक (जिन्होंने पुराने दो की जगह ली)
और दो रूसी बॉम्बर्स ने पूर्वी चीन सागर से प्रशांत महासागर के लिए एक संयुक्त उड़ान भरी.
” जापान के रक्षा मंत्री ने कहा कि एक रूसी इंटेलिजेंस गैदरिंग प्लेन ने भी मंगलवार को उत्तरी होक्काइडो से मध्य जापान में नोटो प्रायद्वीप के लिए उड़ान भरी.
ग्लोबल टाइम्स ने रूसी रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा, “चीनी एच-6के बमवर्षकों
और रूसी टीयू-95एमएस बमवर्षकों ने मंगलवार को जापान सागर,
ईस्ट चीन सागर और पश्चिमी प्रशांत महासागर के ऊपर नियमित रूप से संयुक्त रणनीतिक गश्त की.
विमानों ने अंतरराष्ट्रीय नियमों का पालन किया और किसी अन्य देश के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया.
” ग्लोबल टाइम्स उड़ान का वीडियो रक्षा मंत्रालय के बयान के साथ शेयर किया है.
Quad Meeting : क्वाड नेताओं के संयुक्त बयान में रूस या चीन का सीधा जिक्र नहीं
क्वाड नेताओं ने मंगलवार को “बलपूर्वक यथास्थिति को बदलने” के प्रयासों के खिलाफ चेतावनी दी,
हालांकि उन्होंने संयुक्त बयान में रूस या चीन के सीधे संदर्भ से परहेज किया.
उनके बयान में यूक्रेन में युद्ध का उल्लेख किया गया और उन गतिविधियों की एक श्रृंखला सूचीबद्ध की गई है
जिनका आरोप बीजिंग पर इस क्षेत्र में नियमित रूप से लगता है.
Quad Meeting : ‘चीन ने रूस के साथ मिलकर की आक्रमक कार्रवाई’
किशी ने कहा कि जापान ने “राजनयिक मार्गों के माध्यम से हमारे देश और क्षेत्र की सुरक्षा के दृष्टिकोण को लेकर हमारी गंभीर चिंताओं व्यक्त की”.
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता का जिस तरह जवाब दे रहा है,
उसके बीच यह तथ्य नजरअंदाज नहीं किया जा सकता
कि चीन ने रूस के साथ मिलकर ऐसी कार्रवाई की जो आक्रामक है और चिंता पैदा करने वाली है.”
बता दें जापान, जिसके अपने पड़ोसी चीन, रूस और दक्षिण कोरिया के साथ अस्थिर संबंध और सीमा विवाद हैं,
नियमित रूप से अपनी हवाई सीमाओं की रक्षा के लिए जेट भेजता है.
रक्षा मंत्रालय के अनुसार,
देश ने पिछले साल मार्च में 1,004 बार सैन्य जेट विमानों को उतारा.
इनमें से अधिकांश करीब आ रहे चीनी विमानों का मुकाबला करने के लिए थे,
जबकि बाकी में से कई रूसी विमान के लिए थे.