लखनऊ:जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) सपा और रालोद के संयुक्त राज्यसभा प्रत्याशी होंगे.समाजवादी पार्टी ने राज्यसभा के लिए अपने तीसरे उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है. आज सुबह अखिलेश यादव ने जयंत चौधरी को फ़ोन करके ये जानकारी दी.
Jayant Chaudhary राज्यसभा न भेजे जाने से ख़फ़ा थे.चर्चा थी कि डिंपल यादव को राज्यसभा भेजा जाएगा.
दरअसल इस पर जयंत चौधरी ने नाराज़गी जताई थी. जिसके चलते सपा ने अपना निर्णय बदला लिया.
और डिंपल यादव की जगह जयंत चौधरी को राज्यसभा भेजने का फैसला लिया गया.
श्री जयंत चौधरी जी समाजवादी पार्टी एवं राष्ट्रीय लोकदल से राज्य सभा के संयुक्त प्रत्याशी होंगे।
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) May 26, 2022
उत्तर प्रदेश की 11 राज्यसभा सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया मंगलवार को शुरू हुई है.
इस चुनाव के लिए मतदान आगामी 10 जून को होगा.
प्रदेश की 403 सदस्यीय विधानसभा में सपा के 111 सदस्य हैं
और वह तीन उम्मीदवारों को आसानी से राज्यसभा भेज सकती है.
जिनमें से जयंत चौधरी एक हैं.
वहीं समाजवादी पार्टी ने कल पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल को निर्दलीय के तौर पर राज्यसभा का प्रत्याशी बनाया है. सिब्बल का सपा ने समर्थन किया है.
कपिल सिब्बल ने संवाददाताओं से कहा था,”मैंने 16 मई को कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था.”
संसद में एक स्वतंत्र आवाज होना जरूरी है.
अगर एक स्वतंत्र आवाज बोलती है तो लोगों को पता चलेगा कि ये किसी राजनीतिक दल से नहीं है.
गौरतलब है कि सिब्बल को सपा की ओर से राज्यसभा प्रत्याशी बनाए जाने की अटकलें मंगलवार से ही लगाई जा रही थीं.
हालांकि पार्टी ने इसकी पुष्टि नहीं की थी.
सिब्बल ने, भ्रष्टाचार तथा अनेक अन्य आरोपों में लगभग 27 महीने तक सीतापुर जेल में बंद रहे,
सपा के वरिष्ठ नेता एवं विधायक आजम खां को उच्चतम न्यायालय से जमानत दिलवाने में उनके वकील के तौर पर महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.