CBI ने शूटर Sippy Sidhu मर्डर केस में जज की बेटी को किया गिरफ्तार

0
161
Sippy Sidhu

Sippy Sidhu : Chandigarh में 6 साल पहले हुई राष्ट्रीय स्तर के Shooter सुखमनप्रीत सिंह उर्फ ​​

सिप्पी सिद्धू की हत्या के सिलसिले में सीबीआई ने हिमाचल में एक्टिंग चीफ जस्टिस की बेटी कल्याणी सिंह नाम की महिला को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया.

कल्याणी चंडीगढ़ के सेक्टर-42 पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कालेज फॉर गर्ल्स में होम साइंस डिपार्टमेंट में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर तैनात है.

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने एक बयान में कहा कि Central Agency ने 13 अप्रैल 2016 को चंडीगढ़ प्रशासन के अनुरोध पर सिप्पी सिद्धू की हत्या के मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी जो एक वकील भी थे.

इसमें कहा गया कि आगे की जांच के दौरान,

मामले में आरोपी कल्याणी सिंह की कथित संलिप्तता सामने आई.

उसी के मुताबिक उनसे पूछताछ की गई और गिरफ्तार कर लिया गया.

सीबीआई के एक प्रवक्ता ने कहा कि आरोपी को आज विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट चंडीगढ़ की अदालत में पेश किया गया,

जहां उसे 4 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया.

Sippy Sidhu : इस तरह सीबीआई के हाथ में आया केस

चंडीगढ़ पुलिस सिप्पी सिद्धू हत्याकांड में कुछ हासिल नहीं कर पाई थी.

जिसके बाद जांच चंडीगढ़ पुलिस से सीबीआई को सौंपी गई

सिप्पी सिद्धू के पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया था कि हत्या किसी छोटे हथियार से की गई.

वहीं पुलिस ने मामले में सेक्टर 27 के एक घर के सीसीटीवी कैमरे की वीडियो फुटेज जांच के लिए नेशनल फोरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी गांधी नगर, गुजरात भेजी थी.

सीबीआई कोर्ट ने सीबीआई को मामले में तेजी से कार्रवाई करने को कहा था.

हत्या का सुराग देने वाले को इनाम देने की घोषणा

हत्या में जज की बेटी की कथित भूमिका सीबीआई जांच के दौरान सामने आई,

लेकिन और सबूत जुटाने के लिए सीबीआई के अधिकारियों ने कोई सुराग देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की.

सीबीआई ने एक अखबार (News Paper) का विज्ञापन भी दिया, जिसमें कहा गया था

कि ये मानने का कारण है कि हत्या (Murder) के समय एक महिला (A Woman) सिप्पी के हत्यारे के साथ थी.

उस महिला को भी आगे आकर निर्दोष (Innocent) होने पर हमसे संपर्क करने का मौका दिया जा रहा है.

नहीं तो ये मान लिया जाएगा कि वो अपराध (Crime) की पक्षकार थी. दिसंबर 2021 में,

सीबीआई (CBI) ने इनाम राशि को बढ़ाकर 10 लाख रुपये कर दिया,

जिसमें कहा गया था कि जनता के सदस्यों (People) से अनुरोध है

कि अगर उनके पास हत्या या किसी भी प्रासंगिक जानकारी (Clue) के बारे में कोई विश्वसनीय जानकारी है

तो वे आगे आएं. हालांकि, जांच एजेंसी मामले में आगे बढ़ने में विफल रही थी.

Follow us on Facebook

Follow us on YouTube

Download our App

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here