नई दिल्ली: Amarnath Yatra 2022: पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटा (Cloud Burst) है.
जम्मू-कश्मीर में पवित्र अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटने की खबर है. हेल्पलाइन नंबर जारी किया.
Amarnath Yatra 2022:घटना में 10 लोगों की मौत होने की जानकारी मिली है जबकि करीब 40 लोग लापता हैं. बादल फटने की घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे की है.
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के बाद गुफा के ऊपर और किनाने से अचानक पानी की लहर दौड़ने लगी. हर जगह पानी ही नजर आ रहा था.
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रवक्ता ने कहा, “स्थिति नियंत्रण में है, बारिश अभी भी जारी है.
खतरे को देखते हुए अमरनाथ यात्रा को अस्थाई तौर पर स्थगित रोक दिया गया है
यदि मौसम सामान्य रहा तो तो यात्रा को कल बहाल किया जा सकता है.”
Amarnath Yatra 2022: हादसे में यात्रा मार्ग के सामुदायिक किचन और टेंट को नुकसान पहुंचा है.
घायलों को एयरलिफ्ट कर इलाज के लिए ले जाया जा रहा है.
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों की मदद से बचाव अभियान चलाया जा रहा है.बचाव अभियान में हेलीकॉप्टर की भी मदद ली जा रही है.
पुलिस के अनुसार, स्थिति नियंत्रण में है.
बचाव अभियान के लिए एनडीआरएफ (NDRF), एसडीआरपी (SDRF) और अन्य सहयोगी एजेंसियों को सक्रिय कर दिया गया है. मौके पर राहत बचाव का काम जारी है.
तीर्थयात्रियों के कई टेंटों में नुकसान की भी खबर है.
बताया जा रहा है कि आज शाम करीब 5:30 बजे बादल फटा है.
आईजीपी कश्मीर ने बताया कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से कुछ लंगर और तंबू अचानक बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. पुलिस, एनडीआरएफ और एसएफ द्वारा बचाव अभियान जारी है.
घायलों को इलाज के लिए एयरलिफ्ट किया जा रहा है. स्थिति नियंत्रण में है.
वहीं पहलगाम संयुक्त पुलिस नियंत्रण कक्ष की ओर से कहा गया कि अमरनाथ गुफा के निचले इलाकों में शाम करीब 5.30 बजे बादल फटने की सूचना मिली थी.
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों द्वारा बचाव अभियान जारी है.
अधिक जानकारी की प्रतीक्षा है.
ITBP की ओर से कहा गया कि बचाव दल काम पर हैं.
ITBP की टीमें अन्य एजेंसियों के साथ बचाव अभियान में हैं.
Amarnath Yatra 2022:यहां काफी समय से लगातार बारिश हो रही थी. जिसके बाद आज शाम बादल फट गया. बादल फटने के बाद सैलाब तीर्थयात्रियों के टेंटों के बीच से निकला.
अमरनाथ में बादल फटने की घटना पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने दुख जताया.
बिरला ने कहा, “पवित्र गुफा के निकट बादल फटने से श्रद्धालुओं की असामयिक मृत्यु बेहद दुखद है.
ईश्वर दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान दे.
शोक संतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवदेनाएं हैं, साथ ही घायल व लापता श्रद्धालुओं की कुशलता के लिए प्रार्थना है.”
बादल फटने का शब्द सीमित भौगोलिक क्षेत्र में बेहद भारी बारिश के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.
अमरनाथ यात्रा को इससे पहले इस सप्ताह खराब मौसम के कारण सस्पेंड करना पड़ा था.
बाबा बर्फानी के दर्शन के लिये 43 दिन की वार्षिक यात्रा दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में पारंपरिक 48 किलोमीटर के नुनवान मार्ग और मध्य कश्मीर के गांदरबल में 14 किलोमीटर के बालटाल मार्ग से 30 जून को शुरू हुई थी.
अभी तक 70 हजार से अधिक तीर्थयात्री पवित्र गुफा में बर्फ से बने शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं.
अमरनाथ यात्रा 11 अगस्त को रक्षा बंधन के अवसर पर समाप्त होगी.
हेल्पलाइन नंबर:
NDRF : 011-23438252, 23438253
Kashmir Divisional Helpline :0194-2496240
Shrine Board Helpline : 0194-2313149
Joint Police Control Room Pahalgam:9596779039, 9797796217, 01936243233,01936243018
Police control room Anantnag: 9596777669, 9419051940, 01932225870, 01932222870