Amarnath Yatra News:अमरनाथ गुफा के पास शुक्रवार को बादल फटने से अब तक 16 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है.
हादसे में 48 से ज्यादा लोग घायल हैं.
इसी बीच 35 से 40 श्रद्धालुओं के लापता होने की खबर हैं.
बादल फटने से शुक्रवार को 3 लंगर हॉल और 25 टेंट तबाह हो गए.
अभी और भी नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है.
फिलहाल खराब मौसम की वजह से यात्रा रोक दी गई है.
Amarnath Yatra News:अमरनाथ की गुफा के पास बादल फटने के बाद लापता हुए लोगों का पता लगाने के लिए सेना (Indian Army) ने रविवार को राडार (Radar) लगाए हैं.
भारतीय सेना के अधिकारियों ने कहा कि जेवर 4000 रडार को लगाया गया है.
ये अमरनाथ (Amarnath) में दोपहर से ही काम कर रहे हैं
ताकि मलबे के नीचे अगर कोई जीवित बचा है तो उसका पता लगाया जा सके.
हर तरफ पानी का तेज बहाव दिखाई दे रहा है.पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह ने ट्वीट कर हादसे पर दुख जताया है
इससे पहले जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल (एलजी) मनोज सिन्हा (Manoj Sinha) ने रविवार को पहलगाम में एक बेस केंप का दौरा किया और तीर्थयात्रियों से मुलाकात की.
उन्होंने इस दौरान लोगों को आश्वासन दिया कि,
“सुरक्षा कर्मियों और प्रशासन ने एक कुशल बचाव अभियान चलाया है.
हम उन लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपनी जान गंवा दी.
रास्ते की मरम्मत के साथ यात्रा को फिर से शुरू करने के प्रयास जारी हैं.
तीर्थयात्री आने चाहिए, हम उन्हें सभी सुविधाएं प्रदान करेंगे.”
अमरनाथ रेस्क्यू ऑपरेशन रात भर जारी रहा है बताया जा रहा है कि कोई और शव बरामद नहीं हुआ है.
वहीं बेस कैंप के आगे भक्तों की आवाजाही की परमीशन नहीं है, देखिए रेस्क्यू ऑपरेशन की स्थिति?
#WATCH | Amarnath Rescue Operations continued overnight. No further bodies recovered. No movement of devotees allowed ahead of base camps. Convoys permitted only to Jammu from base camp areas. Addl portable through-wall radar, earth-moving equipment being inducted: Indian Army pic.twitter.com/z5MOq3TRbB
— ANI (@ANI) July 10, 2022
बता दें कि, बादल फटने के बाद अमरनाथ यात्रा शुक्रवार को अगली सूचना तक अस्थायी रूप से स्थगित कर दी गई थी.
हालांकि, तीर्थयात्री बालटाल बेस कैंप में इसके शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं.
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने शनिवार को बताया था कि 35 तीर्थयात्रियों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई.
17 लोगों का इलाज चल रहा है और उन्हें जल्द छुट्टी मिलने की संभावना है. सभी सुरक्षित और स्वस्थ हैं.
सीआरपीएफ के डीजी कुलदीप सिंह ने बताया कि 2 लोग जो मलबे में दब गए थे,
लेकिन जीवित थे, उन्हें बचा लिया गया है.
गंभीर रूप से घायल मरीजों को श्रीनगर ले जाया गया. हम सभी एहतियाती कदम उठा रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के अनुसार 41 लापता हैं, जिनमें से कुछ को बचा लिया गया है.
यात्रा एक या दो दिन के भीतर फिर से शुरू हो सकती है.
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के आंकड़ों के अनुसार अमरनाथ के पवित्र मंदिर के पास बादल फटने (Amarnath Cloudburst) की घटना में कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई.
बचाव और राहत प्रयासों के लिए भारतीय वायु सेना के चार एमआई-17वी5 और चार चीतल हेलीकॉप्टर तैनात किए गए थे.
चीतल (Cheetal) हेलीकॉप्टरों ने एनडीआरएफ और सेना के पांच जवानों और 3.5 टन राहत सामग्री को लेकर 45 उड़ानें भरीं.
इस दौरान 45 बचे लोगों को भी निकाला गया. राहत बचाव कार्य लगातार जारी है.