Defence Ministry : चार लाख कारबाइन, स्वार्म अटैक ड्रोन , बुलैटप्रुफ जैकेट , रॉकेट , आईसीवी-व्हीकल
और 14 फास्ट पैट्रोलिंग बोट्स… हथियारों की ये वो लिस्ट है जिसे खरीदने के लिए रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को मंजूरी दे दी.
इन सभी हथियारों की कुल कीमत 28,732 करोड़ है और ये सभी स्वदेशी होंगे या फिर किसी स्वदेशी कंपनी से खरीदी जाएंगे.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मंगलवार को रक्षा अधिग्रहण परिषद की बैठक आयोजित की गई.
इस बैठक में सेना के तीनों अंगों के प्रमुख और रक्षा सचिव भी मौजूद रहे.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस बैठक में सशस्त्र सेनाओं के लिए 28,732 करोड़ रुपये के हथियारों की आवश्यकता की स्वीकृति (एओएन) प्रदान की गई.
ये सभी हथियार ‘इंडियन (आईडीडीएम यानि इंडीजिनस डिजाइन, डेवलपेड एंड मैन्युफैक्चिंग’) और ‘इंडियन (बाय)’ के तहत खरीदे जाएंगे.
Defence Ministry : थलसेना के लिए 4 लाख कारबाइन को मंजूरी
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, मंगलवार को जिन हथियारों और
सैन्य साजो सामान को खरीदने की स्वीकृति दी गई है
उसमें थलसेना के लिए 04 लाख क्लोज क्वार्टर बैटल कारबाइन शामिल हैं.
इन कारबाइन (छोटी राइफल) को पारंपरिक युद्ध से लेकर हाईब्रीड वॉरफेयर
और काउंटर टेरेरिज्म ऑपरेशन के लिए सैनिकों को दिया जाएगा.
ये कारबाइन स्वदेशी कंपनी से खरीदी जाएंगी जिससे स्मॉल ऑर्म्स के क्षेत्र में प्राईवेट इंडस्ट्री को बढ़ावा दिया जा सके.
BIS-लेवल सिक्स (VI) की बुलैटप्रुफ जैकेट्स
एलओसी और क्लोज-कॉम्बेट में स्नाइपर राइफल के हमले से बचाने के लिए सेना के लिए बीआईएस-लेवल सिक्स (VI) की बुलैटप्रुफ जैकेट्स को भी मंजूरी दी गई है.
इसके अलावा थलसेना के लिए रॉकेट एम्युनेशन, एरिया डिनाएल एम्युनेशन और
इन्फेंट्री कॉम्बेट व्हीकल (कमांड) को भी मंजूरी दी गई है.
इन तीनों की कीमत 8599 करोड़ है और तीनों को डीआरडीओ ने बनाया है.
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, गाईडेड एक्सटेंडेड रेंज रॉकेट एम्युनेशन की रेंज 75 किलोमीटर है
और एक्युरेसी 40 मीटर की है. एरिया डिनाएल एम्युनेशन (रॉकेट) टैंक,
आईसीवी और दुश्मन सैनिकों की गाड़ियों पर हमले के लिए खरीदे जाना है.
मरीन गैस टरबाइन जेनरेटर खरीदने की मंजूरी
रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) के मुताबिक, हाल के दिनों में दुनियाभर में हुए युद्ध के दौरान ड्रोन टेक्नोलॉजी (Drone Technology) फोर्स-मल्टीप्लायर के तौर पर उभरकर सामने आया है.
ऐसे में मंगलवार को स्वार्म-ड्रोन को खरीदने की मंजूरी दी गई है.
इनमें सर्विलांस और अटैक ड्रोन दोनों शामिल हैं.
इसके अलावा कोस्टगार्ड के लिए 14 फास्ट पैट्रोलिंग वैसल (बोट्स) और नौसेना के लिए कोलकता क्लास युद्धपोत के लिए मरीन गैस टरबाइन जेनरेटर (gas turbine generators) को खरीदने के भी मंजूरी दी गई.