नई दिल्ली:MIG-21 Crash:बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार रात को राजस्थान के बाड़मेर में MiG-21 ट्रेनर विमान हादसे में दो पायलटों की मौत पर अफसोस जताया है.
MIG-21 Crash: सांसद वरुण गांधी ने मिग विमान को ‘उड़ता ताबूत’बताते हुए कहा कि आखिरकार इन ‘विंटेज’ जेट्स को भारतीय वायुसेना से कब हटाया जाएगा.
यूपी की पीलीभीत सीट से बीजेपी सांसद वरुण ने शुक्रवार को एक ट्वीट में लिखा,
“कल बाड़मेर में हुई घटना से पूरा देश स्तब्ध और शोकाकुल है! कुछ वर्षों से मिग-21 लगातार हादसों का शिकार हो रहा है.
यह अकेला लगभग 200 पायलटों की जान ले चुका है.
आखिर यह ‘उड़ता ताबूत’ कब हमारे बेड़े से हटेगा?
देश की संसद को सोचना होगा, क्या हम अपने बच्चों को यह विमान उड़ाने देंगे?
कल बाड़मेर में हुई घटना से पूरा देश स्तब्ध व शोकाकुल है!
कुछ वर्षों से MiG-21 लगातार हादसों का शिकार हो रहा है। यह अकेला लगभग 200 पायलटों की जान ले चुका है।
आखिर यह ‘उड़ता ताबूत’ कब हमारे बेड़े से हटेगा?
देश की संसद को सोचना होगा, क्या हम अपने बच्चों को यह विमान उड़ाने देंगे? pic.twitter.com/wZE0YqTOTP
— Varun Gandhi (@varungandhi80) July 29, 2022
बता दें, मिग-21, भारतीय वायु सेना के प्रमुख विमानों में से एक रहे हैं लेकिन पिछले काफी समय से इन विमानों का सुरक्षा रिकॉर्ड खराब है.
मार्च में रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में कहा था कि पिछले पांच वर्षों के दौरान तीनों सेनाओं में विमान और हेलीकॉप्टर दुर्घटना में 42 रक्षाकर्मियों की मौत हो चुकी है,
गत पांच वर्षों में वायु दुर्घटनाओं की कुल संख्या 45 थी जिसमें से 29 में वायुसेना के कर्मी शामिल थे.
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना का एक मिग-21 लड़ाकू विमान गुरुवार को राजस्थान के बाड़मेर जिले में दुर्घटनाग्रस्त हो गया.
इस हादसे में दो पायलटों को जान गंवानी पड़ी.
वायुसेना के अनुसार, इस विमान ने उतरलाई एयरबेस उड़ान भरी थी और दुर्घटना रात 9.10 बजे दुर्घटनाग्रस्त हुआ.
वरुण ने ट्वीट में लिखा है कि अकेला मिग विमान करीब 200 पायलटों की जान ले चुका है.
गुरुवार के हादसे में विंग कमांडर एम राना और फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल को जान गंवानी पड़ी है.
वायुसेना के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि विंग कमांडर राणा, हिमाचल प्रदेश के थे
जबकि फ्लाइट लेफ्टिनेंट अद्वितीय बल जम्मू कश्मीर से थे.
वायुसेना मुख्यालय दुर्घटना की जांच के आदेश दे चुका है.