नई दिल्ली: दिल्ली आबकारी नीति (Delhi excise policy) मामले में सीबीआई ने मनीष सिसोदिया के आवास और 30 अन्य स्थानों पर शुक्रवार को छापे मारे.
Delhi excise policy: जांच एजेंसी ने दावा किया है कि सिसोदिया के निकट सहयोगी की कंपनी को कथित रूप से एक करोड़ रुपये का भुगतान किया गया.
हालांकि, सिसोदिया ने इन सभी आरोपों को गलत बताया है.
छापेमारी के बाद शनिवार को उन्होंने पीसी की और पूरे मामले में बीजेपी पर बेवजह राजनीति करने का आरोप लगाया.
शिक्षा मंत्री ने कहा, ” न्यूयॉर्क टाइम्स में कोरोना काल में गंगा किनारे जलती लाशों की तस्वीर छपी थी.
अब हमारी शिक्षा नीति की तस्वीर छपी. देशवासियों को इस पर गर्व हुआ.
लेकिन बीजेपी को ये बात अच्छी नहीं लगी. उन्हें परेशानी है अरविंद केजरीवाल के लोकप्रिय होने से.”
उन्होंने कहा, ” दिल्ली सचिवालय के मेरे ऑफिस में भी रेड हुई.
CBI ने मेरे परिवार के साथ अच्छा व्यवहार किया. लेकिन ये शराब नीति बेस्ट नीति है.
अगर उपराज्यपाल ने पॉलिसी को बदलने का फैंसला नहीं किया होता तो दिल्ली को 10 हजार करोड़ मिलते.
बीजेपी नेता मनोज तिवारी 8 हजार करोड़ के घोटाले की बात करते है,
दूसरे नेता 1100 करोड़ घोटाले की बता कर रहे और उपराज्यपाल ने 144 करोड़ के घोटाले की बात की.
लेकिन सीबीआई के FIR में इसमें से किसी भी बात का जिक्र नहीं है.
उसमें आशंका जताई गई है कि एक करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है.”
शिक्षा मंत्री ने कहा, ” इनकी परेशानी अरविंद केजरीवाल है. पूरे देश के लोग उन्हें पसंद करने लगे हैं.
इन्हें परेशानी ये है कि अरविंद केजरीवाल को राष्ट्रीय विकल्प के रूप में देखा जा रहा है.
मेरे घर में रेड भी अरविंद केजरीवाल को रोकने के लिए की गई.
अरविंद केजरीवाल की वजह से पूरी दुनिया में देश का नाम रोशन हो रहा है.
भ्रष्टाचार मेरी गलती नहीं है, मैंने भ्रष्टाचार नहीं किया, बल्कि मेरी गलती ये है कि मैं अरविंद केजरीवाल का शिक्षा मंत्री हूं.
पहले स्वास्थ्य मंत्री को जेल में डाला अब कुछ दिन में मुझे जेल में डाल देंगे.
क्योंकि ये अरविंद केजरीवाल के शिक्षा व स्वास्थ्य के मॉडल को खत्म करना चाहते हैं.”
सिसोदिया ने कहा, ” 2024 का चुनाव आम आदमी पार्टी बनाम BJP होगा.
लोग पूछते हैं मोदी के खिलाफ कौन? इसका जवाब है अरविंद केजरीवाल.
इस बार लोग अरविंद केजरीवाल को मौका देंगे. मोदी जी केवल करोड़पति, अरबपति लोगों के लिए काम करते हैं.
अरविंद केजरीवाल गरीबों, बच्चों और लोगों के स्वास्थ्य को लेकर सोचते हैं.
मोदी जी सरकार गिराने का सपना देखते हैं.”