भोपाल: Adivasi Gaurav Yatra:मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गौरव यात्रा में शामिल होकर इसकी शुरुआत की.
भोपाल कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के मध्य प्रदेश में प्रवेश करने के एक दिन पहले वहां सियासत तेज हो गई है.
बीजेपी ने कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के जवाब में बुधवार से जनजातीय गौरव यात्रा का ऐलान किया है.
मुख्यमंत्री शिवराज आदिवासी युवाओं के साथ परंपरागत वेशभूषा में लोकनृत्य करते भी नज़र आए.
राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश के खंडवा में स्थित जननायक टंट्या भील के जन्म स्थान बड़ौदा अहीर जाने वाले हैं.
Adivasi Gaurav Yatra:राहुल गांधी 24 नवंबर बड़ौदा अहीर जाएंगे, लेकिन उससे पहले 23 तारीख को भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासी वोट बैंक बचाने के लिए गौरव यात्रा का आयोजन किया है.
इस गौरव यात्रा में सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए.
इतना ही नहीं, शिवराज सिंह के साथ उनके चार मंत्री भी इस यात्रा में शामिल हुए.
दरअसल, अगले साल मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव (MP Assemble Election) होने हैं.
इसी को लेकर बीजेपी ने आदिवासी वोट बैंक पर फोकस किया है.
बीजेपी की गौरव यात्रा आदिवासी बहुल्य 47 सीटों के लिए हो रही है.
15 दिन की यात्रा में केंद्रीय मंत्रियों से लेकर प्रदेश के मंत्री और प्रमुख नेता शामिल होंगे.
आदिवासी बहुल्य इलाकों में बिरसा मुंडा की जयंती पर 15 नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया था.
20 नवंबर से 4 दिसंबर तक टंट्या मामा जनजातीय गौरव दिवस यात्रा निकलेगी.
यात्रा का सबसे ज्यादा फोकस मालवा-निमाड़ पर रहेगा.
कुक्षी से शुरू की जा रही यात्रा पातालपानी में खत्म होगी.
टंट्या मामा की जन्मस्थली पर आयोजन के बाद यात्रा अगले दिन इंदौर पहुंचेगी.
इंदौर में राज्य सरकार बड़ा कार्यक्रम आयोजित करेगी. आयोजन में कई बड़े नेताओं की मौजूदगी होगी.
यात्रा के लिए पार्टी ने विधायकों को भीड़ जुटाने और गांवों में संपर्क साधने का लक्ष्य दिया है.
प्रदेश के वन मंत्री कुंवर विजय शाह ने कहा कि बीजेपी ही एक ऐसी पार्टी है,
जिन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई में भाग लेने वाले वीरों को सम्मानित किया.
जिन्हें कांग्रेस और इतिहासकारों ने देश के पन्नों में स्थान नहीं दिया था.
हम गर्व से कह सकते हैं कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऐसे वीरों टंट्या मामा भील, भीमा नायक, बिरसा मुंडा,
रघुनाथ शंकर शाह को सम्मानित किया और उनकी याद में मेले आयोजित किए जा रहे हैं.