नई दिल्ली:Cow Hug Day:सोशल मीडिया पर चुटकुलों और मीम्स की बाढ़ के बीच एक सरकारी संस्था ने वेलेंटाइन डे पर लोगों से गाय को गले लगाने (Cow Hug Day) की अपील को कल वापस ले लिया.
इस मामले में सोशल मीडिया पर चल रही बहस में आज कांग्रेस नेता शशि थरूर भी शामिल हो गए.
उन्होंने ‘काउ हग डे’ को लेकर अपने मजाकिया अंदाज में ट्वीट किया.
Cow Hug Day:शशि थरूर ने कहा कि “उन्हें अपने लोगों (Guy) को गले लगाने दो” कहा गया था,इसको “गाय” (Gaay) के रूप में गलत समझा जा सकता है.शशि थरूर ने ट्वीट किया, “क्या सरकार गाय के जरिए अपने ऊपर बने चुटकुलों से डर गई या यह केवल कायरता थी?
मेरा अनुमान है कि मूल अपील एक मौखिक निर्देश के रूप में थी : “वेलेंटाइन डे: उन्हें अपने शख्स (Guy) को गले लगाने दो” और अंतिम शब्द हिंदी राष्ट्रवादी ने गाय (Gaay) के रूप में गलत सुन लिया था.”
Was the Government cow-ed by the jokes made at its expense or was it merely cow-ardice? My guess is the original appeal was an oral instruction: “Valentine’s Day: let them hug their guy” & the last word was misheard by a HindiRashtravadi as gaay! pic.twitter.com/o7uPzBnlho
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) February 11, 2023
पशु कल्याण बोर्ड (Animal Welfare Board of India) ने 14 फरवरी को “काउ हग डे” मनाने की अपनी अपील में कहा था कि “पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा” देने के कारण वैदिक परंपराएं “विलुप्त होने के कगार” पर हैं
और “पश्चिमी सभ्यता की चकाचौंध में हमारी भौतिक संस्कृति और विरासत को लगभग भुला दिया गया है.”
बयान में यह भी कहा गया है कि गायों को गले लगाने से भावनात्मक समृद्धि आएगी
और “व्यक्तिगत व सामूहिक खुशी” बढ़ेगी.
Cow Hug Day: सोशल मीडिया पर व्यापक आलोचना के बीच पशु कल्याण बोर्ड ने कल अपनी अपील वापस ले ली.
14 फरवरी का दिन दुनिया भर में वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है.
पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने शुक्रवार को ‘काउ हग डे’ की अपील वापस लिए जाने के बाद,
कटाक्ष करते हुए सवाल किया था कि यह किसके दिमाग की उपज थी.
जयराम रमेश ने इसे लेकर एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा,
‘‘सबसे पहले यह किसके दिमाग की उपज थी?”
पशु कल्याण बोर्ड की अपील के बाद,
केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा था कि यह अच्छा होगा,
यदि लोग बोर्ड द्वारा 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ के रूप में मनाने के लिए दिए गए आह्वान पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दें.
इस बयान के एक दिन बाद अपील को वापस ले लिया गया.