नई दिल्ली : Twitter EX CEO Jack Dorsey ने एक वीडियो इंटरव्यू में दावा किया है कि उनकी कंपनी के पास भारत से कई रिक्वेस्ट आई थीं,
जिसमें किसान आंदोलन को कवर करने वाले अकाउंट को ब्लॉक करने को कहा गया था.
साथ ही उन अकाउंट को भी बंद करने के लिए रिक्वेस्ट आई थीं,
जो आंदोलन के लिए सरकार का विरोध कर रहे थे.
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि डॉर्सी के दावे गलत हैं.
मंत्री ने कहा कि डॉर्सी के कार्यकाल में Twitter और उनकी टीम लगातार भारतीय कानूनों का का उल्लंघन कर रही थी.
चंद्रशेखर के मुताबिक, 2020 से लेकर 2022 तक कई बार नियम तोडे़ थे.
जैक डोर्सी (Twitter EX CEO Jack Dorsey) ने भारत की तुलना तुर्की से की और बताया है कि तुर्की में भी इसी तरह ही समस्या का सामना करना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि तुर्की सरकार ने भी तुर्की में ट्विटर को बंद करने की करने की धमकी दी थी,
जो अक्सर सरकार के साथ अदालती लड़ाई में उलझा रहता था और फिर जीत भी जाता था.
बताते चलें कि साल 2021 में भारत सरकार तीन कृषि कानून कानून लेकर आए थे,
विरोध के बाद इसे वापस ले लिया गया था.
इस बिल के खिलाफ भारत की राजधानी दिल्ली के बॉर्डर पर हजारों किसानों ने आंदोलन किया था,
जो लगभग नवंबर 2020 में शुरू हुआ था.
ट्विटर पर कई बार कंटेंट मॉडरेशन को लेकर आरोप लग चुके हैं.
दरअसल, Twitter Co-founder Jack Dorsey ने एक वीडियो इंटरव्यू में दावा किया है कि उनकी कंपनी के पास भारत से कई रिक्वेस्ट आई थीं,
जिसमें किसान आंदोलन को कवर करने वाले अकाउंट को ब्लॉक करने को कहा गया था.
साथ ही उन अकाउंट को भी बंद करने के लिए रिक्वेस्ट आई थीं,
जो आंदोलन के लिए सरकार का विरोध कर रहे थे.
दरअसल, यूट्यूब चैनल Breaking Points के साथ एक इंटरव्यू के दौरान जैक डोर्सी ने बताया कि भारत की तरफ से उन्हें कई रिक्वेस्ट मिली.
यह वीडियो क्लिप Twitter पर ट्वीट किया है.
इंटरव्यू के दौरान जब जैक डोर्सी (Twitter EX CEO Jack Dorsey) से पूछा गया है कि क्या आपको बीते वर्षों में विदेशी सरकारों की तरफ से भी दबाव का भी सामना करना पड़ा था.
ट्विटर डील के बाद जब एलॉन मस्क ने कंपनी कमान संभाली तो उन्हें उस वक्त की पॉलिसी हेड विजया गाड्डे को कंपनी से बाहर निकाल दिया है. य
हां तक की डील के दौरान भी कई बार कर्मचारियों से बातचीत के दौरान मस्क ने विजया को टार्गेट किया था.
जैक डोर्सी के वक्त से ही ट्विटर में पॉलिसी हेड विजया गाड्डे ही थी.
यहां तक की पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्विटर अकाउंट को बैन करने का फैसला भी विजया ने ही लिया था.
ट्विटर उन चुनिंदा कंपनियों में से एक है, जिसने राजनीतिक विज्ञापनों पर रोक लगाने का फैसला लिया.
वहीं डोर्सी ने 29 नवंबर 2021 को Twitter CEO पद से इस्तीफा दे दिया.