Heatwave: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने देश के कुछ हिस्सों में जारी ‘लू’ की स्थिति से निपटने के लिए मंगलवार (20 जून) को एक हाई लेवल मीटिंग की.
इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, आईसीएमआर (ICMR), आईएमडी (IMD) और एनडीएमए (NDMA) के विशेषज्ञों की टीमें
Heatwave:गर्मी से संबंधित बीमारियों को दूर करने में मदद के लिए बिहार (Bihar)और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का दौरा करेंगी.
इस बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार
और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वी के पॉल भी मौजूद रहे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने आईसीएमआर को एक्शन प्लान के साथ
स्वास्थ्य पर हीटवेव के प्रभाव को कम करने के तरीके पर रिसर्च करने का निर्देश दिया.
कई राज्य पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी की स्थिति का सामना कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने गर्मी के मौसम से पहले हीटवेव से संबंधित
बीमारियों को दूर करने के लिए समय पर उपाय किए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च में गर्मी के मौसम से पहले तैयारियों की समीक्षा के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की,
जबकि स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी फरवरी में हीटवेव को लेकर एडवाइजरी जारी की थी.
जिसमें राज्यों को आवश्यक दवाओं, तरल पदार्थ, ओआरएस,
पीने के पानी के साथ-साथ अन्य तैयारियों की समीक्षा करने की सलाह दी गई थी.
मनसुख मांडविया ने बताया कि गर्मी से संबंधित बीमारियों पर नेशनल एक्शन प्लान को भी सभी राज्यों के साथ शेयर किया गया था.
बैठक में मांडविया को विभिन्न राज्यों में लू की स्थिति और आवश्यक आपूर्ति की उपलब्धता
और अस्पतालों की तैयारियों के बारे में जानकारी दी गई.
उन्होंने राज्यों और केंद्रीय एजेंसियों से आग्रह किया कि वे मल्टी-मीडिया आईईसी कैंपेन के जरिए लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाएं.
उन्होंने भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) से मौसम का पूर्वानुमान इस तरीके से जारी करने को कहा
जिससे की इसे आसानी से लोगों को समझाया जा सके.
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश,
बिहार और ओडिशा सहित देश के विभिन्न हिस्सों से ‘लू’ के कारण कई लोगों की जान जाने की खबरें सामने आई हैं.
जिसे देखते हुए सभी राज्य सरकारें भी अलर्ट हैं.