नई दिल्ली: Rajya Sabha Election 2023: भाजपा ने गुजरात और पश्चिम बंगाल से अपने राज्यसभा उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी है.
भाजपा ने आगामी राज्यसभा चुनाव को लेकर अपने तीन उम्मीदारों की सूची बुधवार को जारी कर दी है.
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने एक बयान जारी कर बुधवार को इसकी औपचारिक घोषणा कर दी है.
Rajya Sabha Election 2023: BJP ने गुजरात से बाबूभाई जेसंगभाई देसाई और केसरीदेव सिंह झाला को जबकि पश्चिम बंगाल से अनंत महाराज को मैदान में उतारा है. पश्चिम बंगाल से पहली बार राज्यसभा सीट जीतेगी बीजेपी.
पार्टी गुजरात की एक अन्य सीट से विदेश मंत्री एस जयशंकर के नाम की घोषणा पूर्व में ही कर चुकी है.
24 जुलाई को पश्चिम बंगाल की 6, गुजरात की 3 और गोवा की एक राज्यसभा सीट के लिए चुनाव होने हैं.
इस तरह से राज्यसभा की कुल 10 सीटों पर चुनाव होना है.
एस जयशंकर कर चुके हैं नामांकन
गुजरात से राज्यसभा की कुल 11 सीटों में से वर्तमान में आठ पर भाजपा और तीन पर कांग्रेस के सांसद है.
भाजपा की आठ सीटों में से तीन सीटों के सांसदों एस जयशंकर, जुगलजी ठाकोर और दिनेश अनावाडिया का कार्यकाल 18 अगस्त को समाप्त हो रहा है.
इन तीन सीट के लिए चुनाव होना है जिसके लिए भाजपा ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है.
दूसरी ओर राज्य में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने राज्यसभा के इस चुनाव से दूरी बना ली है.
कांग्रेस ने गुजरात से राज्यसभा उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की है.
पार्टी ने कहा है कि उसके पास पर्याप्त विधायक नहीं हैं, इसलिए हम कोई उम्मीदवार नहीं उतारेंगे.
पार्टी के पास 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा में मात्र 17 विधायक हैं.
यहां एक उम्मीदवार को जीतने के लिए 46 विधायकों के वोट की जरूरत होगी.
Rajya Sabha Election 2023:अनंत महाराज, जिनको बीजेपी अपना उम्मीदवार बनाया है, राजवंशी समुदाय के नेता हैं और ग्रेट कूचबिहार आंदोलन के प्रमुख भी रहे हैं.
साथ ही वो कूचबिहार पीपुल्स एसोसिएशन के प्रमुख भी हैं.
गौरतलब है कि नामांकन की अंतिम तिथि 13 जुलाई है. वहीं, नाम वापसी की तारीख 17 जुलाई रखी गई है.
सभी 10 सीटों पर वोटिंग 24 जुलाई को होगी और इसी दिन मतगणना भी की जाएगी.
बता दें कि राजवंशी समुदाय का उत्तर बंगाल में खासा प्रभाव रहा है.
बीजेपी को उम्मीद है कि अनंत महाराज को राज्य सभा भेजने से पार्टी को आने वाले लोकसभा चुनाव में इस समुदाय का साथ मिलेगा.
खास बात ये है कि इससे पहले 1952 में जनसंघ के आचार्य देब प्रसाद घोष पश्चिम बंगाल से राज्य सभा में चुन कर आए थे.
केसरीदेव सिंह झाला वांकानेर एस्टेट के प्रमुख हैं.
वांकानेर एस्टेट राजकोट के पास है.
केसरीदेव सिंह झाला के पिता दिग्विजय सिंह झाला कांग्रेस में थे.
वो देश के पहले पर्यावरण मंत्री भी थे.
केसरीदेव सिंह झाला नरेंद्र मोदी के समय बीजेपी में आए.
जबकि, कांग्रेस ने शक्ति सिंह गोहिल को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है. राजपूत बिरादरी से आते हैं.
गोहिल का संतुलन साधने के लिए इन्हें राज्य सभा का टिकट दिया गया.
बीजेपी के दूसरे उम्मीदवार बाबूभाई देसाई ओबीसी समाज से आते हैं. विधायक भी रह चुके हैं.
उन्हें उम्मीदवार बना कर ओबीसी समाज को प्रतिनिधित्व दिया गया है.
मौजूदा समय में वो बीजेपी गुजरात में गोवर्धन सेल के प्रमुख हैं.