Alliance INDIA:पटना: सीएम नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर की जन्मशती यानी 24 जनवरी को परिवारवाद पर निशाना साधा था.इसके बाद RJD और JDU में तल्खी बढ़ गई है.
इस दौरान नीतीश कुमार ने ये कहा कि “कर्पूरी ठाकुर ने कभी अपने परिवार को आगे नहीं बढ़ाया.
आजकल लोग अपने परिवार को बढ़ाते हैं. कर्पूरी ठाकुर के नहीं रहने के बाद उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को हमने बनाया.
हमने भी कर्पूरीजी से सीखकर परिवार में किसी को नहीं बढ़ाया. हम हमेशा दूसरे को बढ़ाते हैं.”
Alliance INDIA: सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नीतीश कुमार फिर से पाला बदल सकते हैं. उनके महागठंबधन तोड़कर फिर से एनडीए में शामिल होने की अटकलें हैं.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी आलाकमान ने नीतीश कुमार की दोबारा वापसी को मंजूरी दे दी है.
आरजेडी और जेडीयू के बीच तनातनी की ख़बरें पिछले काफ़ी समय से चल रही हैं.
हालांकि, दोनों पार्टियां इन अटकलों को खारिज भी करती आई हैं.
इससे पहले नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न दिए जाने पर एक ट्वीट किया,
जिसमें पीएम मोदी का आभार जताया.
हालांकि, उनका ये ट्वीट चर्चा में आ गया.
वजह थी, उन्होंने पहले जो ट्वीट किया उसमें पीएम मोदी को आभार नहीं व्यक्त किया था
लेकिन उस ट्वीट को डिलीट कर के नीतीश ने नया ट्वीट किया और फिर पीएम को शुक्रिया कहा.
नीतीश कुमार के परिवारवाद वाले बयान को लालू यादव पर निशाना बताया गया.
इसके बाद लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने सिलसिलेवार ट्वीट किए.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा.
दूसरे पोस्ट में रोहिणी ने लिखा था, “खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य, विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट.”
तीसरे पोस्ट में रोहिणी ने लिखा, “अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां.”
हालांकि, रोहिणी आचार्य ने ये सभी पोस्ट बाद में डिलीट कर दिए.
बाद में नीतीश की पार्टी के नेता केसी त्यागी ने रोहिणी के पोस्ट के बारे में कहा कि बच्चों को बड़ों की बातों में नहीं बोलना चाहिए.
ऐसे में माना जा रहा है कि नीतीश कुमार सीएम पद से इस्तीफा दे सकते हैं.
इसके बाद बिहार विधानसभा भंग की जा सकती है.
सूत्रों का कहना है कि इस बीच नीतीश कुमार को पाला बदलने से रोकने के लिए लालू प्रसाद यादव एक्टिव हो गए हैं.
उन्होंने नीतीश कुमार से फोन पर बात की है.
वहीं, कांग्रेस के शीर्ष नेता भी ‘भारत जोड़ो न्याय’ यात्रा में शामिल होने के लिए नीतीश कुमार से संपर्क कर रही है.
वैसे नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़कर बीजेपी में जाने की अटकलें कई दिनों से लगाई जा रही थी.
इन अटकलों को बल तब मिला, जब नीतीश कुमार मंगलवार को अचानक राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से मिलने राजभवन पहुंचे थे.
सीएम और राज्यपाल की मुलाकात करीब 50 मिनट तक चली.
इसके बाद पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘खेला होबे.’
हालांकि RJD ने इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया है. RJD प्रवक्ता ने कहा- ‘ऑल इज वेल.’
Alliance INDIA:बीजेपी की तरफ से भी नीतीश कुमार की दोबारा एंट्री पर पॉजिटिव रिएक्शन आया था.
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक इंटरव्यू में भविष्य में नीतीश कुमार की वापसी को लेकर पॉजिटिव रेस्पॉन्स दिया था.
शाह से पूछा गया था कि क्या नीतीश कुमार के लिए फिर से बीजेपी के दरवाजे खुले हैं?
इसके जवाब में अमित शाह ने कहा, “प्रस्ताव आएगा तो विचार करेंगे.”
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हराने के मकसद से विपक्षी दलों को एकजुट करने की मुहीम नीतीश कुमार ने ही चलाई थी.
नीतीश देशभर में दौरा करके विपक्षी पार्टियों के मुखियाओं से मिल रहे थे.
INDIA अलायंस को आकार देने में उनका काफी योगदान रहा है.
हालांकि, नीतीश कुमार बाद में INDIA अलायंस के नेताओं से नाराज रहने लगे थे.
INDIA अलायंस की मीटिंग में इसकी साफ झलक देखने को मिली थी.
नीतीश कुमार की नाराजगी का पहला कारण सीट शेयरिंग में देरी भी बताया जा रहा है.
दूसरा कारण अलायंस का चेयरमैन पद भी नहीं दिए जाने से जेडीयू खेमे में असंतोष देखा जा रहा है.
कांग्रेस के मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अलायंस का चेयरमैन बनाए जाने पर सहमति बनी है.