Jharkhand CM Hemant Soren: नई दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दिल्ली के शांति निकेतन के घर पहुंची है.
लेकिन बताया जा रहा है कि हेमंत सोरेन ईडी की टीम को घर पर नहीं मिले.
ईडी ने लैंड डील स्कैम में 29 से 31 जनवरी के बीच हेमंत सोरेन से पूछताछ के लिए समय मांगा था.
ईडी की टीम अपने साथ हेमंत सोरेन की बीएमडब्ल्यू कार ले गई.
कार से ईडी ने कुछ दस्तावेज बरामद किए हैं.
सीएम सोरेन के दिल्ली स्थित घर से टीम निकल गई.
सोमवार सुबह सात बजे हेमंत सोरेन के घर ईडी की टीम पहुंची थी लेकिन सीएम घर पर नहीं मिले.
ईडी सूत्रों के मुताबिक, ये कार बेनामी सम्पति से खरीदी गई थी.
ईडी का दावा है कि हेमंत सोरेन से उनका अब तक कोई संपर्क नहीं हो पाया है.
एयरपोर्ट पर अभी भी ईडी टीम मौजूद है.
Jharkhand CM Hemant Soren 28 जनवरी को धनशोधन के मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नया समन जारी किए जाने के बाद अचानक दिल्ली रवाना हो गए थे.
सोरेन शनिवार रात को दिल्ली रवाना हुए,
जिसकी वजह से कयासों का दौर शुरू हो गया था.
सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने समन भेजकर पूछा था कि क्या वह 29 या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए उपलब्ध हैं?
ईडी के इस समन की पृष्ठभूमि में सोरेने की दिल्ली यात्रा को जोड़कर देखा गया.
एक अधिकारी ने पहचान गुप्त रखते हुए बताया, “उनके दिल्ली जाने की कोई योजना नहीं थी.
ईडी द्वारा समन भेजे जाने के बाद अचानक उनकी योजना बनी.
उनके कई कार्यक्रम प्रस्तावित हैं जिनमें 29 जनवरी को चाईबासा में,
30 जनवरी को पलामू में और 31 जनवरी को गिरिडीह में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम शामिल हैं.”
एक सूत्र ने बताया कि सोरेन कानूनी परामर्श के लिए दिल्ली गये हैं.
हालांकि, मुख्यमंत्री कार्यालय से इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
Jharkhand CM Hemant Soren:केंद्रीय एजेंसी ने 20 जनवरी को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मुख्यमंत्री का बयान उनके आधिकारिक आवास पर दर्ज किया था.
जानकारी के मुताबिक, ताजा समन इसलिए जारी किया गया,
क्योंकि उस दिन पूछताछ पूरी नहीं हुई थी.
एजेंसी के अनुसार, जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि के स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े गिरोह से संबंधित है.
ईडी ने इस मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है,
जिनमें 2011 बैच की आईएएसअधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं.
वह राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थीं.
इस बीच, सोरेन की पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) कार्यकर्ताओं ने ईडी द्वारा सोरेन को नया समन जारी करने के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.