जन सुराज पार्टी की सरकार बनी तो शराबबंदी हटाएंगे:Prashant Kishor

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Prashant Kishor

Prashant Kishor चुनावी रणनीतिकार से राजनेता बने, पटना के वेटनरी ग्राउंड में औपचारिक रूप से अपनी सियासी पार्टी को लॉन्‍च कर दिया है.

प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी का नाम ‘जन सुराज पार्टी’ (Jan Suraaj Party) रखा है.

प्रशांत किशोर ने ऐलान किया है कि उनकी सरकार बनी तो शराबबंदी को हटा दिया जाएगा.

 Prashant Kishore पहले ही साफ कर चुके हैं कि बिहार में 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी सभी सीटों पर अपने उम्‍मीदवार उतारेगी.

पार्टी को लॉन्‍च करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, ”जन सुराज अभियान 2-3 सालों से चल रहा है.

लोग पूछ रहे हैं कि हम पार्टी कब बनाएंगे. हम सभी को भगवान का शुक्रिया अदा करना चाहिए,

आज चुनाव आयोग ने आधिकारिक तौर पर जन सुराज को जन सुराज पार्टी के रूप में स्वीकार कर लिया है.”

सरकार बनी तो हटाएंगे शराबबंदी : प्रशांत किशोर

इस मौके पर प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर प्रदेश में हमारी सरकार बनी तो एक घंटे के अंदर शराब बंदी की नीति को उखाड़कर फेंक देंगे.

उन्‍होंने कहा कि इस पैसे का इस्‍तेमाल बिहार में शिक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए किया जाएगा.

उन्‍होंने कहा, “अगर बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था बनानी है तो अगले 10 साल में 5 लाख करोड़ रुपये की जरूरत होगी.

जब शराबबंदी हटेगी तो वह पैसा बजट में नहीं जाएगा और न ही नेताओं की सुरक्षा के लिए इस्‍तेमाल किया जाएगा और न ही इसका उपयोग सड़क, पानी और बिजली के लिए किया जाएगा.

इसका उपयोग केवल बिहार में नई शिक्षा व्यवस्था बनाने के लिए किया जाएगा.

शराबबंदी से हर साल बिहार को 20,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है.”

उन्‍होंने ‘जय-जय बिहार’ का नारा देते हुए कहा,

“हम अपने जीवनकाल में एक ऐसा बिहार बनाएंगे कि देश और दुनिया में कोई उसे गाली नहीं दे पाएगा.

जन सुराज का उद्देश्य है कि बिहार को उसका गौरव वापस मिल सके.

लेकिन, कई लोग हमसे यह पूछेंगे कि हमारे विचार क्या हैं, हम वामपंथी हैं या फिर दक्षिणपंथी.

हमारी सभा में समाजवादी, अंबेडकरवादी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और मुस्लिम समाज के लोग भी आए हैं.

जन सुराज की विचारधारा मानवता है और इससे बढ़कर हमारे लिए कुछ और नहीं है.”

 Prashant Kishore ने आगे कहा, “हमारा उद्देश्य है कि धर्म और जाति के नाम पर किसी के साथ भेदभाव ना हो.हमें ना तो मुख्यमंत्री बनना है और ना ही विधायक बनना है.

मगर हमारा लक्ष्य यही है कि अपने जीवनकाल के दौरान हम एक ऐसा बिहार देख सकें,

जहां हरियाणा, पंजाब, गुजरात और महाराष्ट्र से लोग रोजगार के लिए आ सकें,

तभी हम मानेंगे कि बिहार में काम हुआ है.”

प्रशांत किशोर ने सभा को संबोधित करते हुए कहा,

“आपको जिसको वोट देना हो दे दो,

लेकिन हम आपके बच्चों की पढ़ाई और रोजगार के इंतजाम जरूर करेंगे.

कुछ लोग पूछ रहे हैं कि बिहार विकास को हासिल कैसे करेगा?

जब लालू-नीतीश और पीएम मोदी से नहीं हो पाया है तो प्रशांत किशोर कैसे करेगा?

लेकिन हम आपको करके दिखाएंगे.”

प्रशांत किशोर ने अपनी पार्टी को लॉन्‍च करने के बाद मनोज भारती को इसका कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है.

मनोज भारती भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रहे हैं.

मनोज भारती चार देशों में भारत के राजदूत रहे हैं.

विमान आईसी 814 को हाईजैक किए जाने के वक्‍त काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास में भारती की पोस्टिंग थी.

प्रशांत किशोर के अनुसार उनकी पार्टी में अध्यक्ष का कार्यकाल एक साल का होगा.उन्‍होंने कहा कि चुनाव में उम्मीदवार का चयन नेता नहीं बल्कि जनता करेगी.

हर विधानसभा क्षेत्र में जितने लोग उम्मीदवार बनना चाहते हैं, उस इलाके के लोगों के बीच उन्‍हें लेकर छह महीने में मतदान कराया जाएगा और टिकट जनता देगी.

उन्‍होंने कहा कि उम्मीदवार गरीब भी होगा तो उसे चुनाव लड़ाने का जिम्‍मा पार्टी का होगा.

अगर कोई जीता हुआ उम्मीदवार भ्रष्टाचार में लिप्त होगा तो उसे राइट टू रिकॉल के तहत वापस किया जाएगा.

प्रशांत किशोर ने बताया कि पार्टी के आधिकारिक झंडे में महात्मा गांधी के साथ

डॉक्टर भीम राव अंबेडकर की फोटो भी होगी.

प्रशांत किशोर ने चुनावी रणनीतिकार के रूप में भाजपा और कांग्रेस सहित सभी प्रमुख दलों के लिए अलग-अलग समय पर काम किया

और फिर अपने गृह राज्य बिहार में जन सुराज अभियान पर ध्यान केंद्रित किया.

प्रशांत किशोर ने पिछले कुछ समय पहले ही ऐलान कर दिया था कि वह 2 अक्टूबर को अपनी पार्टी बनाएंगे.

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