संसद में प्रियंका गांधी ने कहा आज का राजा भेष बदलता है पर जनता में नहीं जाता, आलोचना नहीं सुनता

0
67
Priyanka Gandhi in Parliament

Priyanka Gandhi in Parliament: संसद के शीतकालीन सत्र (Parliament Winter Session) का आज 15वां दिन है. आज और कल यानी 13 और 14 दिसंबर को सदन में संविधान पर चर्चा होनी है. आज की चर्चा शुरू हो गई है.

Priyanka Gandhi in Parliament:वायनाड से कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने शुक्रवार को सदन में अपनी पहली स्पीच दी.संविधान पर चर्चा की शुरुआत राजनाथ सिंह ने की थी.

इसके बाद प्रियंका आईं और करीब 30 मिनट तक बोलीं.

राजनाथ की हर बात का जवाब दिया. प्रियंका ने सत्ता पक्ष से सवाल पूछा 75 साल और अतीत की बात करते हैं.

क्या हर जिम्मेदारी नेहरूजी की थी? आपने क्या किया ये बताइए। एक कहानी भी सुनाई.

प्रियंका ने कहा कि एक राजा था जो भेष बदलकर जनता के बीच जाता था ताकि जान सके कि जनता क्या चाहती है, क्या कहती है. आज का राजा भेष बदलता है, पर आलोचना नहीं सुनता।

सपा सांसद अखिलेश ने भी स्पीच दी और उसे शेर के साथ खत्म किया.

Priyanka Gandhi in Parliament: राजनाथ ने अपनी एक घंटे 10 मिनट की स्पीच में कांग्रेस को इमरजेंसी, सरकारों में तोड़फोड़, फायदे के लिए संविधान संशोधन जैसे मुद्दों पर घेरा.

अपने भाषण के दौरान प्रियंका गांधी ने संविधान पर चर्चा तो की ही, साथ ही सरकार को भी जमकर घेरा.

उन्होंने मोदी सरकार को घेरते हुए कहा कि संविधान का सुरक्षा कवच तोड़ने का काम BJP ने किया है.

इसके अलावा नारी शक्ति, जातीय जनगणना के साथ-साथ उन्होंने संभल हिंसा पर भी बात की.

प्रियंका ने कहा, संविधान ने साहस और आत्मविश्वास दिया है. ये देश भय से नहीं चलता है.

भय की भी सीमा होती है और जब वो पार हो जाती है तो उसमें एक ऐसी शक्त ऐसी शक्ति पैदा होती है,

जिसके सामने कोई कायर नहीं खड़ा हो सकता.

देश ज्यादा देर तक कायरों के हाथ में नहीं रहा है. ये देश उठेगा, लड़ेगा, सत्य मांगेगा. सत्यमेव जयते.

“अडानी जी को सारे कोल्ड स्टोरेज आपकी सरकार ने दिए.

देश देख रहा है कि एक व्यक्ति को बचाने के लिए 142 करोड़ देश की जनता को नकारा जा रहा है.

सारे बिजनेस, सारे संसाधन, सारी दौलत, सारे मौके, एक ही व्यक्ति को सौंपे जा रहे हैं.

सारे बंदरगाह, एयरपोर्ट, सड़कें, रेलवे का काम, कारखाने, खदानें, सरकारी कंपनियां सिर्फ एक व्यक्ति को दी जा रही हैं. जनता को भरोसा था कि अगर कुछ नहीं है तो संविधान हमारी रक्षा करेगा.

मगर आज सरकार सिर्फ अडानी जी के मुनाफे पर चल रही है.

जो गरीब है वो और गरीब हो रहा है. जो अमीर है, वो और अमीर हो रहा है.”

प्रियंका गांधी ने कहा, सरकारों को पैसे के बल पर गिरा देते हैं.

सत्तापक्ष के हमारे साथी ने उदाहरण दिया यूपी सरकार का.

मैं भी उदाहरण दे देती हूं महाराष्ट्र की सरकार का. गोवा की सरकार. हिमाचल की सरकार.

क्या ये सरकारें जनता ने नहीं चुनी थीं.

पूरे देश की जनता जानती है कि इनके यहां तो वाशिंग मशीन जो यहां से वहां जाता है, वो धुल जाता है.

इस तरफ दाग, उस तरफ स्वच्छता.

मेरे कई ऐसे साथी हैं, जो इस तरफ होते थे, उस तरफ चले गए, मुझे दिख भी रहे हैं कि वॉशिंग मशीन में धुल गए हैं.

जहां भाईचारा और अपनापन होता था, वहां शक और घृणा के बीज बोए जा रहे हैं. एकता का सुरक्षा कवच तोड़ा जा रहा है.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी यहां सदन में संविधान की किताब को माथे से लगाते हैं,

लेकिन राजनीतिक फायदे के लिए संविधान को छोड़िए, देश की एकता की भी सुरक्षा नहीं कर सकते. संभल में देखा, मणिपुर में देखा.

Follow us on Facebook

Follow us on YouTube

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here