Exit Poll Delhi Assembly Election 2025:दिल्ली विधानसभा में वोटिंग खत्म हो चुकी है. आम आदमी पार्टी, बीजेपी और कांग्रेस के बीच इस बार के चुनाव में कांटे की टक्कर देखने को मिली है.
वोटिंग के बाद आए एग्जिट पोल्स में सत्तारूढ़ आप पार्टी के लिए मायूसी वाली खबर है.
Exit Poll Delhi Assembly Election 2025:एग्जिट पोल्स का अनुमान सच साबित हुए तो 27 साल बाद बीजेपी दिल्ली में सत्ता में वापसी करती दिख रही है.
बुधवार को सुबह सात बजे से 1.56 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने अपने वोट का इस्तेमाल किया.
सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में 13,766 मतदान केंद्रों पर मतदान किया गया,
जिसमें 699 उम्मीदवारों की चुनावी किस्मत ईवीएम में कैद हो गई.
‘घर से मतदान’ सुविधा के तहत 7,553 पात्र मतदाताओं में से 6,980 मतदाता पहले ही अपने वोट डाल चुके हैं.
Exit Poll Delhi Assembly Election 2025:सोमवार शाम छह बजे आधिकारिक रूप से समाप्त हुए चुनाव प्रचार में तीन मुख्य दावेदारों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली.
आप ने अपने शासन मॉडल पर ध्यान केंद्रित किया
और अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी ने पूरे शहर में रैलियां की.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा जैसे दिग्गजों के नेतृत्व में
बीजेपी ने भ्रष्टाचार के आरोपों और कानून-व्यवस्था के मुद्दों को लेकर आप पर निशाना साधा.
राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने भी जोरदार प्रचार किया.
कांग्रेस ने विभिन्न मुद्दों पर आप और बीजेपी दोनों पर हमला बोला.
चुनाव प्रचार के दौरान ‘शीश महल’ विवाद, यमुना के पानी की गुणवत्ता, शासन, कानून-व्यवस्था,
महिला कल्याण और मतदाता सूची से छेड़छाड़ के आरोप जैसे मुद्दों को जोरदार ढंग से उठाया गया.
चुनाव पूर्व वादों में मुफ्त में सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने का मुद्दा भी हावी रहा.
आम आदमी पार्टी ने छात्रों के लिए मुफ्त बस यात्रा, ऑटो और टैक्सी चालकों के लिए बीमा
और मंदिर के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को 18,000 रुपये की वित्तीय सहायता देने का वादा किया है.
दूसरी तरफ, बीजेपी ने गर्भवती महिलाओं के लिए 21,000 रुपये की वित्तीय सहायता
और 500 रुपये में सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर देने का वादा किया है,
जबकि कांग्रेस ने 8,500 रुपये का मासिक बेरोजगारी भत्ता देने की प्रतिबद्धता जताई है.
आठ फरवरी को आने वाले चुनाव परिणामों से साफ होगा कि क्या आम आदमी पार्टी अपनी सरकार बरकरार रख पाती है,
क्या बीजेपी अपनी हार का सिलसिला तोड़ पाती है?