Mayawati :BSP में बड़ा उलटफेर हुआ है. बसपा चीफ मायावती (Mayawati) ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद (Akash Anand) के ससुर अशोक सिद्धार्थ (Ashok Siddharth) को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
राज्य सभा सांसद रहे सिद्धार्थ की डॉक्टर बेटी से आकाश की शादी हुई है.
अशोक सिद्धार्थ के पिता BSP संस्थापक कांशीराम जी के सहयोगी रहे हैं.
यह जानकारी बसपा चीफ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर दी.
Mayawati :मायवती ने अशोक के साथ-साथ उनके करीबी नितिन सिंह को भी बाहर का रास्ता दिखा दिया है. दावा है कि नितिन, अशोक के करीबी हैं.
बसपा चीफ ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- बीएसपी की ओर से ख़ासकर दक्षिणी राज्यों आदि के प्रभारी रहे
डा अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद व श्री नितिन सिंह, ज़िला मेरठ को,
चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी आदि की पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है.
बीएसपी की ओर से ख़ासकर दक्षिणी राज्यों आदि के प्रभारी रहे डा अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद व श्री नितिन सिंह, ज़िला मेरठ को, चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी आदि की पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है।
— Mayawati (@Mayawati) February 12, 2025
मायावती ने साल 2019 के बाद पार्टी की रणनीति बदलते हुए आशोक सिद्धार्थ को तीन राज्यों का प्रभारी बनाया था.
अशोक के बारे में दावा किया जाता है कि वह लो प्रोफाइल रहने वालों में से हैं.
वह पार्टी में पर्दे के पीछे रहते हुए काम करते रहे हैं.
सरकारी नौकरी छोड़कर बसपा में शामिल होने वाले अशोक पेशे से डॉक्टर हैं.
उन्हें बसपा ने एमएलसी बनाया.
फिर साल 2016 में उन्हें राज्यसभा भेजा गया था.
जहां वह साल 2022 तक थे.
सतीश चंद्र मिश्र के साथ बसपा ने उन्हें राज्यसभा भेजा था.
अशोक सिद्धार्थ दलित समुदाय से आते हैं.
उनकी पत्नी भी बसपा सरकार में यूपी राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रह चुकी हैं.