Premanand Ji Maharaj: प्रेमानन्द जी महाराज ने मथुरा में आज फिर से उसी रास्ते से अपनी पदयात्रा निकाली जहां से पहले निकलती थी.
प्रेमानन्द महाराज जी ने बृजवासियों के आग्रह को स्वीकार कर लिया है.
Premanand Ji Maharaj:प्रेमानन्द जी महाराज ने फिर से उसी रास्ते से अपनी पदयात्रा निकालीयही वजह है कि महाराज जी ने फिर से एक बार उसी रास्ते को चुना जिस पर उनका विरोध हुआ था.
विरोध के बाद रोड के किनारे रहने वाले सभी निवासी इकट्ठे हुए
और उन्होंने प्रेमानंद महाराज जी से मुलाकात की.
इस मुलाकात के बाद महाराज जी ने ब्रज वासियों के उस आग्रह को स्वीकार कर लिया,
जिसमें फिर से उस इलाके से पदयात्रा निकालने की अपील की थी.
स्थानीय निवासियों की इच्छा के अनुसार, महाराज जी ने अपने आवास से निकलकर सड़क से होते हुए अपने आश्रम को पहुंचे.
इस दौरान श्री राधा एनआरआई ग्रीन के बाहर भी लोगों का हुजूम उमड़ा हुआ था.
रोड पर वहां पर फूलों से रंगोली बनाई गई थी और दीपदान भी किया गया.
रोड पर फूलों से बनाई गई रंगोली
जिस रास्ते पर महाराज जी निकले उसे पूरे रास्ते पर फूलों से सजी रंगोलियां बनाई गई.
जगह-जगह महाराज जी का स्वागत किया गया.
Premanand Ji Maharaj:कोई भक्त महाराज जी के पुनः आगमन पर उनकी आरती उतरता नजर आया तो कोई भक्त उन्हें निहार हुए रोता नजर आया.
कुछ भक्तों की जिद थी कि आज जिस जगह विरोध हुआ है उसी जगह पर उनके दर्शन करेंगे.
लोगों में बेहद खुशी का माहौल था.
खास तौर से उन लोगों में जो यहां के स्थानीय निवासी थे.
उन लोगों का कहना था कि चंद लोगों ने विरोध किया था.
उसकी वजह से पूरा बृज बदनाम हुआ.
बृजवासी हमेशा यही चाहते हैं कि महाराज जी हमेशा इसी रास्ते से निकलें.
जिससे उन्हें हर दिन महाराज जी के दर्शन हो सके.