नई दिल्ली : Oxygen Demand by delhi government:दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट को तैयार करने वाली टीम में एम्स डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया,
दिल्ली सरकार के प्रिंसिपल होम सेक्रेटरी भूपिंदर भल्ला, मैक्स हेल्थ केयर के डायरेक्टर डॉक्टर संदीप बुद्धिराज, केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय के डायरेक्टर सुबोध यादव शामिल थे.
एम्स प्रमुख डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने कहा, “यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है.
हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि शीर्ष अदालत इस बारे में क्या कहती है.
Oxygen Demand by delhi government ऑडिट कमेटी की अगुवाई करने वाले डॉक्टर गुलेरिया ने कहा, “दिल्ली ऑक्सीजन ऑडिट रिपोर्ट एक अंतरिम रिपोर्ट है.
मुझे नहीं लगता है कि हम ऐसा कह सकते हैं कि ऑक्सीजन की मांग को 4 गुना बढ़ा चढ़ाकर बताया गया.”
उन्होंने आगे कहा, “यह मामला सुप्रीम कोर्ट में है.
हमें इंतजार करना होगा और देखना होगा कि शीर्ष अदालत इस बारे में क्या कहती है”
शुक्रवार को मीडिया मेें एक रिपोर्ट आई है,
जिसमें दावा किया गया था कि कोरोना की दूसरी लहर के पीक के दौरान,
Oxygen Demand by delhi government ऑक्सीजन जरूरतों को चार गुना बढ़ाकर बताया और दिल्ली को ज्यादा ऑक्सीजन की आपूर्ति से “अन्य राज्य प्रभावित” हुए.
इसके बाद केजरीवाल सरकार और केंद्र के बीच नया विवाद छिड़ गया है.
अंतरिम रिपोर्ट में कहा गया है कि बेड क्षमता के आधार पर तय फॉर्मूले के मुताबिक,
दिल्ली को 289 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की जरूरत थी,
लेकिन दिल्ली सरकार ने 1,140 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की खपत का दावा किया था,
जो जरूरत से चार करीब गुना अधिक है.”
वहीं इससे पहले दिल्ली प्रधान गृह सचिव भूपिंदर एस भल्ला ने अंतरिम रिपोर्ट पर आपत्ति जताई है.
उन्होंने अपनी टिप्पणियों में कहा है सुप्रीम कोर्ट ने सबकमेटी का गठन,
दिल्ली में ऑक्सिजन सप्लाई के अवरोध की पहचान व सुगम सप्लाई का रास्ता ढूढ़ने को कहा था.
लेकिन सबकमेटी ऑक्सिजन फॉर्मूले की समीक्षा कर रही है जो कि राष्ट्रीय टास्क फोर्स का काम है
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को कहा कि दिल्ली सरकार ने खुद की नाकामी छुपाने के लिए,
पूरे देश मे झूठ फैलाने का काम किया.
ये आपराधिक लापरवाही है.
दिल्ली में ऑक्सीजन अधिक मात्रा में थी, लेकिन उन्हें ये पता भी नहीं था कि इसको कैसे मैनेज करना है.
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा,
“मेरा गुनाह- मैं अपने 2 करोड़ लोगों की सांसों के लिए लड़ा.
जब आप चुनावी रैली कर रहे थे, मैं रात भर जग कर ऑक्सीजन का इंतज़ाम कर रहा था.
लोगों को ऑक्सीजन दिलाने के लिए मैं लड़ा, गिड़गिड़ाया.
लोगों ने ऑक्सीजन की कमी से अपनों को खोया है. उन्हें झूठा मत कहिए, उन्हें बहुत बुरा लग रहा है.”