नई दिल्ली :BS Yediyurappa ने कहा, ‘कल तक पता चल जाएगा कि CM बना रहूंगा या नहीं’, जेपी नड्डा बोले- कोई नेतृत्व का संकट नहीं.
उन्होंने कहा कि वह अगले 10 से 15 साल तक भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए काम करना जारी रखेंगे.
कर्नाटक के सबसे प्रभावशाली लिंगायत नेता 78 वर्षीय येदियुरप्पा ने रविवार शाम को कहा कि उन्हें अब तक,
केंद्रीय नेतृत्व से ‘संदेश ’ नहीं मिला है कि इस पद पर बने रहना है या हटना है.
उन्होंने भरोसा जताया कि आज रात या सोमवार सुबह तक इस संबंध में जानकारी मिल सकती है.
येदियुरप्पा ने बताया कि उन्होंने दो महीने पहले ही इस्तीफे की पेशकश कर दी थी.
दोहराया कि अगर पार्टी नेतृत्व की इच्छा रही तो वह मुख्यमंत्री पद पर बने रहेंगे
और अगर उन्हें यह पद छोड़ने को कहा गया तो इस्तीफा देंगे और पार्टी का काम करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं अगले 10 से 15 साल तक दिन-रात पार्टी के लिए काम करूंगा.
इस बारे में कोई आशंका नहीं होनी चाहिए.’’
BS Yediyurappa ने कहा कि वह सोमवार को एक कार्यक्रम में पूर्व की योजना के तहत अपनी सरकार की उपलब्धियों के बारे में बात करेंगे.
येदियुरप्पा ने कहा,‘‘ उसके बाद अन्य बातें होंगी जिसकी जानकारी दी जाएगी.’’
जब उनसे पूछा गया कि अगर केंद्रीय नेतृत्व से ‘संदेश’ आता है तो वह क्या करेंगे,
तब येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैं उसके बाद फैसला लूंगा.’’
बेलगावी के जिला मुख्यालय पर पत्रकारों से बातचीत में येदियुरप्पा ने कहा कि वह पार्टी नेतृत्व के फैसले का अनुपालन करेंगे.
वह ‘‘ सहमत और संतुष्ट’’ हैं और पार्टी के अनुशासन को नहीं तोड़ेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘मुझे पार्टी में ज्यादातर पद मिले जो कर्नाटक में किसी और को नहीं मिले.
मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा का आभार व्यक्त करता हूं.’
लिंगायत नेता BS Yediyurappa ने कहा कि उनका ‘एकमात्र लक्ष्य’ अगले दो वर्षों तक कड़ी मेहनत करना
और कर्नाटक में भाजपा को सत्ता में वापस लाना है.
येदियुरप्पा ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सी टी रवि के इस बयान से सहमति जताई,
कि भाजपा में हर कोई एक साधारण पार्टी कार्यकर्ता है और उसे पार्टी के निर्देशों का पालन करना चाहिए.
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘वह 100 प्रतिशत सही हैं. हम अनुशासन की सीमा को पार नहीं करेंगे.
हम इसका पालन कर रहे हैं और भविष्य में भी ऐसा करेंगे.’
उनके लिए सोमवार का दिन मुख्यमंत्री पद के लिए आखिरी दिन हो सकता है,
इसका संकेत देते हुए हाल में येदियुरप्पा ने कहा था कि केंद्रीय नेतृत्व 25 जुलाई को निर्देश देगा
र उसके आधार पर वह 26 जुलाई से ‘काम करेंगे.’’ उनकी सरकार 26 जुलाई को दो साल पूरे कर रही है.
येदियुरप्पा ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘ भ्रम की कोई स्थिति नहीं है
नड्डा हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. एक पार्टी कार्यकर्ता के नाते उनके निर्देशों का अनुपालन करना मेरा कर्तव्य है.
अच्छे काम के लिए प्रशंसा करने और अन्य मामलों का कोई सबंध नहीं है.
कल सुबह तक इंतजार करें. उसके बाद मैं अपना फैसला लूंगा.’’
मुख्यमंत्री पद के भविष्य को लेकर संभावित निर्देश के बावजूद सक्रिय रूप से काम करने के सवाल पर,
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैंने आखिरी क्षण तक काम करने का फैसला किया है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस्तीफा देने को तैयार हूं,
अगर वे ऐसा करने को कहते हैं तो… अगर वे मुझे इस पद पर काम करते रहने के लिए कहेंगे
तो मैं इस पद पर बना रहूंगा अन्यथा इस्तीफा दे दूंगा
और पार्टी के कार्यों में शामिल हो जाऊंगा.’’
केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश आने तक काम करने का संकेत देते हुए
येदियुरप्पा ने कहा कि सोमवार को उनकी योजना बारिश और बाढ़ प्रभावित कारवार इलाके का दौरा करने की है.
अपने उत्तराधिकारी को लेकर किसी भी टिप्पणी से इनकार करते हुए
येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘मैं इस बारे में फैसला लेने वाला नहीं हूं…इस पर फैसला लेना केंद्रीय नेतृत्व का काम है.’’
इससे पहले, बेलगावी में येदियुरप्पा ने संतो से आह्वान किया था कि उनके समर्थन में कोई बैठक नहीं की जाए.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष नड्डा पर भूरा भरोसा है और वह उनके फैसले का पालन करेंगे.