नई दिल्ली : Cognizant Hiring : कोरोना काल में एक ओर तमाम कंपनियों में छंटनी हो रही हैं,
बड़ी सैलरी वाले सेक्टर तबाह हो रहे हैं,
वहीं आईटी सर्विस में लगी कॉन्गिजेंट एक्सपीरियंस वाले करीब 1 लाख प्रोफेशनल्स की भर्ती करने वाली है.
कंपनी के सीईओ ब्रायन हम्फ्रीज़ ने कहा है.
कि कॉग्निजेंट इस साल वह अपनी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों से टक्कर लेने के लिए अनुभवी प्रोफेशनल्स की भर्ती करेगी.
यानी अगर आप भी आईटी सर्विस सेक्टर के अनुभवी प्रतियोगी हैं तो आपके लिए एक शानदार मौका आने वाला है.
उम्मीद की जा रही है कि कॉन्गिजेंट की इस योजना से बाजार में स्किल्ड लोगों को अपनी
ओर खींचने के लिए एक युद्ध छिड़ सकता है
कोरोना काल में डिजिटल मांग तेजी से बढ़ने के चलते 150 अरब डॉलर की भारतीय सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में हर कंपनी अच्छे से अच्छे लोग हायर करना चाहेगी.
कंपनियों में लोगों को अपनी ओर खींचने की होड़ लगेगी तो सैलरी पैकेज भी मोटे मिलेंगे.
वैसे भी अनुभवी लोगों की सैलरी अधिक रहती ही है और कॉन्गिजेंट के इस कदम के बाद सैलरी पैकेज.
ये सब उस वक्त हो रहा है,जब तगड़े सैलरी पैकेज देने वाली टूरिज्म
और हस्पिटेलिटी इंडस्ट्री तबाह हो रही है.
इसमें नई नौकरियां निकलना तो दूर की बात है,
पुराने लोग भी छोड़कर भाग रहे हैं
Cognizant Hiring : 30 हजार फ्रेशर की हो चुकी है भर्ती
इस साल अभी तक कॉग्निजेंट ने करीब 30 हजार फ्रेशर्स की भर्ती की है.
कंपनी का प्लान इस साल में कुल 45 हजार फ्रेशर्स की भर्ती करने का है.
कॉग्निजेंट के भारत के लिए डिजिटल बिजनस और टेक्नोलॉजी के चेयरमैन राजेश नाम्बियार कहते हैं.
कि फ्रेशर्स की भर्ती के साथ-साथ उन्हें यह भी ध्यान रखना होगा कि मौजूदा वक्त में आ रही मांग कैसे पूरी होगी.
ये मांग ग्रेजुएट्स की हायरिंग से पूरी नहीं हो सकती है, ऐसे में स्किल्ड लोगों की भर्ती भी की.
महज 3 महीने में 31 फीसदी लोगों ने छोड़ी कंपनी
अमेरिका स्थित कॉग्निजेंट कंपनी के कुल कर्मचारियों में से करीब दो तिहाई सिर्फ भारत में हैं.
अप्रैल से लेकर जून तक कंपनी के करीब 31 फीसदी कर्मचारी कंपनी से अलग हुए हैं.
इनमें से लगभग 29 फीसदी लोगों ने तो अपनी मर्जी से नौकरी छोड़ी है.
इससे पिछली तिमाही में कपंनी छोड़ने वाले 21 फीसदी थे.
कंपनी ने अपने कर्मचारियों की संख्या को बनाए रखने के लिए करीब 4700 लोगों की भर्ती की है.
बता दें कि कॉग्निजेंट में नौकरी छोड़ने वालों की संख्या बाकी कंपनियों से अधिक है.