नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र आज e-RUPI डिजिटल पेमेंट सॉल्युशन लॉन्च करेंगे.
पीएम शाम 4.30 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए इसे लॉन्च करेंगे। यह डिजिटल पेमेंट के लिए कैशलेस.
और कॉन्टैक्टलेस जरिया है.
वहीं इससे पहले पीएम ने रविवार को डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म e-RUPI के फायदे भी गिनाए थे.
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में बताया कि डिजिटल तकनीक जीवन को बड़े पैमाने पर बदल रही है.
और ‘ईज ऑफ लिविंग’ को आगे बढ़ा रही है.
e-RUPI एक फ्यूचरिस्टिक डिजिटल भुगतान समाधान है,
जो कई लाभ प्रदान करता है.
दरअसल, ई-रुपी डिजिटल भुगतान के लिए एक कैशलेस और संपर्क रहित माध्यम है.
यह एक क्यूआर कोड या एसएमएस स्ट्रिंग-आधारित ई-वाउचर है,
जिसे यूजर के मोबाइल पर पहुंचाया जाएगा.
इस भुगतान व्यवस्था के उपयोगकर्ता कार्ड,
डिजिटल भुगतान ऐप या इंटरनेट बैंकिंग एक्सेस के बगैर ही वाउचर की राशि को प्राप्त करने में सक्षम होंगे.
इसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने अपने यूपीआई प्लेटफॉर्म पर वित्तीय सेवा विभाग,
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सहयोग से विकसित किया है.
बता दें कि ई-रुपी बिना किसी फिजिकल इंटरफेस के डिजिटल तरीके से लाभार्थियों.
और सेवा प्रदाताओं के साथ सेवाओं को जोड़ता है.
इसके तहत यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि लेन-देन पूरा होने के बाद ही सेवा देने वाले को भुगतान किया जाए.
प्री-पेड होने की वजह से सेवा प्रदाता को किसी मध्यस्थ के हस्तक्षेप के बिना ही सही समय पर भुगतान संभव हो जाता है.
पीएमओ ने कहा कि यह कल्याणकारी सेवाओं की लीक-प्रूफ डिलीवरी सुनिश्चित करने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है.
इसका इस्तेमाल आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना,
उर्वरक सब्सिडी जैसी योजनाओं के तहत मातृ एवं बाल कल्याण योजनाओं,
टीबी उन्मूलन कार्यक्रमों, दवाएं और पोषण सहायता प्रदान करने के लिए योजनाओं के तहत सेवाएं देने के लिए भी किया जा सकता है.
यहां तक कि निजी क्षेत्र भी अपने कर्मचारी कल्याण.
और कॉर्पोरेट सामाजिक जिम्मेदारी कार्यक्रमों के हिस्से के रूप में इन डिजिटल वाउचर का फायदा उठा सकते हैं.