Tokyo Paralympic : भारत को इस बार 11 दिन में ही चार स्वर्ण पदक समेत 17 मेडल मिल चुके हैं.
भारत ने इससे पहले सभी पैरालंपिक खेलों में कुल मिलाकर 12 पदक जीते थे.
टोक्यो मेंं जारी पैरालंपिक खेल अब अपने समापन की तरफ पहुंच गया है.
भारत के लिहाज से इस बार का पैरालंपिक कई मायनों में यादगार बन गया है.
Tokyo Paralympic : भारत ने इस बार ना सिर्फ अपने सर्वकालिक रिकॉर्ड को तोड़ा है.
बल्कि पदकों की संख्या के मामले में भी ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है.
भारत को इस बार 11 दिन में ही चार स्वर्ण पदक समेत 17 मेडल मिल चुके हैं.
भारत ने इससे पहले सभी पैरालंपिक खेलों में कुल मिलाकर 12 पदक जीते थे.
बात करें 11वें दिन के भारतीय खिलाड़ियों के प्रदर्शन की तो सबसे पहले निशानेबाजी में मनीष नरवाल
और सिंहराज अढाना ने निशानेबाजी में पदक जीते.
मनीष ने स्वर्ण तो अढाना ने रजत अपने नाम किया.
इसके बाद दिन के अंत में बैडमिंटन में प्रमोद भगत ने स्वर्ण तो मनोज सरकार ने कांस्य पदक अपनी झोली में डाला.
चीन 200 पदकों (93 गोल्ड, 57 सिल्वर और 50 ब्रॉन्ज) के साथ शीर्ष पर बरकरार है.
दूसरे व तीसरे नंबर पर क्रमशः ग्रेट ब्रिटेन (41 गोल्ड, 38 सिल्वर और 43 ब्रॉन्ज, कुल 122 पदक)
और रशियन पैरालंपिक समिति (36 गोल्ड, 32 सिल्वर और 49 ब्रॉन्ज, कुल 117 पदक) हैं.
भारत पदक तालिका में अब 26वें स्थान पर पहुंच गया है.
भारत ने अभी तक एथलेटिक्स में आठ, निशानेबाजी में पांच, बैडमिंटन में दो, टेबल टेनिस में एक
और तीरंदाजी में एक पदक जीते हैं.
इसके साथ ही भारत के खाते में अब चार स्वर्ण,
सात रजत और छह कांस्य हो गए हैं
चीन 200 पदकों (93 गोल्ड, 57 सिल्वर और 50 ब्रॉन्ज) के साथ शीर्ष पर बरकरार है.
दूसरे व तीसरे नंबर पर क्रमशः ग्रेट ब्रिटेन (41 गोल्ड, 38 सिल्वर और 43 ब्रॉन्ज, कुल 122 पदक)
और रशियन पैरालंपिक समिति (36 गोल्ड, 32 सिल्वर और 49 ब्रॉन्ज, कुल 117 पदक) हैं.