Navratri 2021 का पावन पर्व शुरू हो चुका है. मां दुर्गा की आराधना के इन दिनों में लोग नौ दिनों तक व्रत रखते हैं और विशेष पूजा अर्चना करते हैं.
जो लोग पूरे नौ दिन व्रत नहीं रख पाते वे नवरात्रि में दो व्रत एक साथ जोड़े से रखते हैं,
या फिर पहले दिन और अष्टमी के दिन व्रत रखते हैं.
मां दुर्गा के व्रत के इन दिनों में सबसे ज्यादा कन्फ्यूजन में गर्भवती महिलाएं होती हैं.
Navratri 2021: गर्भवती महिलाएं समझ नहीं पातीं कि उन्हें व्रत रखना चाहिए या नहीं?
गर्भावस्था के दौरान उन्हें अधिक पोषक तत्वों की जरूरत होती है.
महिलाओं को संशय रहता है कि व्रत रखने से कहीं उनके बच्चे को कोई नुकसान न पहुंचे.
वहीं नवरात्रि के कुछ दिनों बाद ही करवाचौथ (Karwa Chauth 2021) का त्योहार भी आता है, जिसमें महिलाएं निर्जल व्रत रखती हैं.
ऐसे में गर्भवती महिलाओं के व्रत से जुड़े इस संशय को दूर करना बहुत जरूरी है.
आइए आपको इस मौके पर बताते हैं कि गर्भवती महिलाओं के लिए व्रत रखना सुरक्षित है या नहीं
ज्यादातर विशेषज्ञ प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह के व्रत को न रखने की सलाह देते हैं.
Navratri 2021: जिन महिलाओं को तीन महीने से कम का गर्भ है, उन्हें तो व्रत रखने के बारे में विचार भी मन में नहीं लाना चाहिए
क्योंकि शुरुआती महीनों में महिला को उल्टी, घबराहट, जी मिचलाना, सिरदर्द आदि कई तरह की परेशानियां होती हैं.
ऐसे में व्रत रखने से समस्याएं बढ़ सकती हैं.
इसके अलावा तीसरी तिमाही में भी व्रत रखना सुरक्षित नहीं माना जाता.
ऐसे में चक्कर आने का खतरा बढ़ता है.
वहीं गर्भावस्था के दौरान जेस्टेशनल डायबिटीज, एनीमिया या गर्भ में एक से अधिक बच्चा हो,
तो ऐसे में व्रत काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
लेकिन अगर आपका केस सामान्य है और किसी तरह की समस्या नहीं है,
तो विशेषज्ञ की सलाह लेकर व्रत रख सकती हैं.
लेकिन इसके लिए काफी सावधानी बरतने की जरूरत होती है.
1. चाहे नवरात्रि का व्रत हो या करवाचौथ का, कोई भी व्रत विशेषज्ञ की सलाह के बाद ही रखना चाहिए और निर्जल व्रत के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए.
2. हर दो घंटे के अंतराल में थोड़ा-थोड़ा करके खाती पीती रहें.
व्रत के दौरान अधिक से अधिक लिक्विड चीजें जैसे नारियल पानी, छाछ, जूस आदि लें ताकि शरीर को पोषक तत्व मिलते रहें.
3. भरपूर मात्रा में पानी पिएं ताकि डिहाइड्रेशन की समस्या न हो.
तली भुनी चीजों के बजाय पौष्टिक चीजें ज्यादा से ज्यादा खाएं और कॉफी या चाय का सेवन बहुत कम करें.
4. दिनभर में दो से तीन तरह के फल जरूर खाएं, ताकि शरीर को एनर्जी मिले. व्यायाम या कोई भारी काम से बचें.
5. सेंधा नमक का सेवन जरूर करें. नमक न लेने से शरीर में कमजोरी आ सकती है.
अच्छी तरह से नींद लें, ताकि तनाव की स्थिति पैदा न हो.
6. व्रत के दौरान बच्चे के मूवमेंट का ध्यान रखें. किसी भी तरह की समस्या होने पर विशेषज्ञ को दिखाएं.