Air pollution अब लोगों के लिए हानिकारक साबित हो रहा है.
अस्पतालों की ओपीडी में सांस की परेशानी और एलर्जी के मरीजों की संख्या में 20 फीसदी तक का इजाफा हो गया है.
कई लोगों को अस्थमा का अटैक भी पढ़ रहा है. साथ ही लगातार खांसी और जुकाम की शिकायत भी बनी हुई है.
डॉक्टरों का कहना है कि लोग प्रदूषण से बचाव नहीं कर रहे हैं.
Air pollution त्योहारों के इस समय में वह काफी लापरवाह हो गए हैं. यह घातक साबित हो सकता है. इसलिए जरूरी है कि लोग सावधानी बरतें और कोई ऐसा कार्य न करें.
जिससे प्रदूषण में इजाफा हो.
फोर्टिस रिसर्च इंस्टीट्यूट के प्लमोनोलॉजी विभाग के निदेशक डॉक्टर मनोज गोयल ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से लोगों को सांस संबंधी परेशानियां हो रही हैं,
लेकिन दिवाली के बाद से अचानक मरीजों की संख्या में काफी इजाफा हो गया है.
जिन लोगों का पहले से बी अस्थमा और सांस की बीमारियों का इलाज़ चल रहा था, उनकी परेशानी काफी बढ़ गई है.
इसके साथ ही निमोनिया, सीओपीडी अटैक और छाती में इंफेक्शन के भी काफी मरीज आ रहे हैं.
ओपीडी में इन रोगियों की संख्या में 20 फीसदी तक बढ़ गई है. यह एक खतरनाक संकेत हैं.
फिलहाल कुछ दिन तक लोगों को अलर्ट रहना होगा.
अपने डॉक्टर से मिलना होगा और दवा लेते रहना होगा.
दिल्ली के लोकनायक अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले तीन दिन से अस्पताल की ओपीडी में अस्थमा के रोगियों की संख्या बढ़ गई है.
इनमें कुछ लोगों को अटैक भी पड़ रहा है.
Air pollution बढ़ने से सबसे ज्यादा परेशानी इन्हीं मरीजों को हो रही है. इसलिए इन लोगों को हमेशा अपने पास एक इन्हेलर रखना चाहिए.
बिना वजह बाहर निकलने से बचना चाहिए, बाहर जाना पड़ रहा है तो मास्क जरूर लगाए.
एक चश्मा भी लगा लें. जिससे आंखों में जलन की समस्या से भी बचा जा सके.