Derek O’Brien : तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन को मंगलवार सदन में ‘दुर्व्यवहार’ के लिए मौजूदा सत्र के शेष सत्र के लिए राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया है.
उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने मंगलवार को चुनाव कानून (संशोधन विधेयक) 2021 पर चर्चा के दौरान कथित
तौर पर राज्यसभा की रूल बुक को सभापति की ओर फेंक दिया था.
राज्यसभा में मंगलवार को मतदाता सूची डेटा को आधार से जोड़ने वाले चुनाव अधिनियम (संशोधन) विधेयक,
2021 को पारित कर दिया. इस दौरान विपक्षी दलों ने इस बिल का विरोध किया.
वहीं, राज्यसभा से वाकआउट करने से पहले डेरेक ओब्रायन ने बिल पर दो मिनट तक बात की.
सदन से अपने निलंबन की कार्रवाई को लेकर टीएमसी सांसद ने ट्वीट किया, ‘पिछली बार मुझे राज्यसभा से निलंबित किया गया था,
जब सरकार कृषि कानूनों को पारित करा रही थी. हम सभी जानते हैं कि उसके बाद क्या हुआ.
आज बीजेपी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हुए निलंबित कर दिया गया.
आज मुझे सस्पेंड किया गया है कि जब बीजेपी लोकतंत्र का मजाक बना रही है
और चुनाव सुधार कानून को जबरन पारित करवा रही है.
उम्मीद है कि यह विधेयक भी जल्द ही निरस्त हो जाएगा.’
संसद में विपक्षी दलों ने विधेयक को एक प्रवर समिति को भेजने के लिए एक प्रस्ताव पेश किया था,
जिसे ध्वनि मत से खारिज कर दिया गया था.
विपक्ष की राय थी कि यह विधेयक मतदाताओं के निजता के अधिकार का उल्लंघन करता है.
जब राज्यसभा में विधेयक पारित हुआ, तो कांग्रेस, टीएमसी, वाम दलों, डीएमके
और एनसीपी के सदस्यों ने विरोध में बहिर्गमन किया.
Derek O’Brien : शीतकालीन सत्र के पहले दिन 12 सांसदों को किया गया था निलंबित
बता दें, इससे पहले संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन (29 नवंबर) राज्यसभा में कांग्रेस
और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को पिछले सत्र के दौरान कथित तौर पर किए गए
‘अशोभनीय आचरण’ इस सत्र की शेष अवधि के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था.
जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम,
कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन,
अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी
और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं.