Russia-Ukraine : Ukraine के साथ बातचीत के लिए एक रूसी प्रतिनिधिमंडल Belarus पहुंच गया है.
इफैक्स समाचार एजेंसी ने रविवार को क्रेमलिन के प्रवक्ता Dmitry Peskov के हवाले से इसकी जानकारी दी.
रूस (Russia) द्वारा 24 फरवरी को यूक्रेन पर हमला बोलने के बाद हो रही ये इस तरह की पहली वार्ता है.
प्रवक्ता ने कहा कि रूसी प्रतिनिधिमंडल में विदेश और रक्षा मंत्रालयों और राष्ट्रपति Vladimir Putin के कार्यालय के अधिकारी शामिल हैं.
ये लोग बेलारूसी शहर Gomel में अपने यूक्रेनी समकक्षों के आगमन का इंतजार कर रहे हैं.
Kremlin प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा, ‘समझौते के अनुसार, रूसी प्रतिनिधिमंडल यूक्रेन के साथ बातचीत के लिए बेलारूस पहुंच गया है.
इसमें विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय और राष्ट्रपति प्रशासन सहित अन्य विभागों के प्रतिनिधि शामिल हैं.
’ उन्होंने कहा, ‘हम गोमेले में वार्ता शुरू करने के लिए तैयार रहेंगे.’
रूस और यूक्रेन के बीच छिड़ी जंग के बीच दोनों ही देशों ने बातचीत की पहल की है.
ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि इस वार्ता के जरिए युद्ध की समाप्ति हो सकती है.
युद्ध की वजह से यूक्रेन में व्यापक रूप से नुकसान हुआ है.
अभी तक 1.5 लाख लोग देश छोड़कर जा चुके हैं. इसके अलावा, सैकड़ों लोगों की मौत हुई है.
Russia-Ukraine : युद्ध में मरने वालों की संख्या में हो सकता है इजाफा
अभी तक इस लड़ाई में कम से कम 240 आम नागरिकों के मारे जाने की खबर है.
United Nations ने इसकी जानकारी दी है.
इसमें से 64 लोगों की मौत युद्ध के पहले दिन यानी गुरुवार को हुई थी.
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र ने ये भी कहा है कि युद्ध के नुकसान की वजह से मरने वाले लोगों की वास्तविक संख्या इससे अधिक हो सकती है.
अभी तक बहुत से लोगों के मारे जाने वाली खबरों की पुष्टि भी नहीं हो पाई है.
यूक्रेन के सड़कों पर लड़ाई जारी है और रूसी सैनिकों और सैन्य वाहनों को देखा जा सकता है.
इस वजह से लोगों के बीच भय का माहौल है. बहुत से लोगों ने शहर के मेट्रो स्टेशनों में शरण ली हुई है.
एयरपोर्ट और तेल डिपो को बनाया गया निशाना
वहीं, रूस ने यूक्रेन के खिलाफ हमलों को तेज कर दिया है.
यूक्रेन के एयरपोर्ट और ईंधन सुविधा केंद्रों को रूसी सैनिकों ने निशाने पर लिया है
और उन्हें तबाह कर दिया है.
यूक्रेन की राजधानी कीव के दक्षिण में रविवार तड़के बड़े विस्फोट हुए.
राजधानी से करीब 25 मील दक्षिण में झुलियानी एयरपोर्ट के पास एक तेल डिपो पर हमला किया गया.
हमले के बाद वहां से धुआं निकलता हुआ दिखाई दिया है.
रूसी बलों ने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव में एक गैस पाइपलाइन को भी उड़ा दिया है.
हालात के मद्देनजर कीव में सरकार ने 39 घंटे का कर्फ्यू लागू किया है, ताकि लोग सड़कों पर नहीं निकलें.