नई दिल्ली: Raghav Chadha दिल्ली से विधायक और आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता है.आम आदमी पार्टी ने राघव चड्ढा को पंजाब से राज्यसभा भेजने का फैसला किया है.
Raghav Chadha आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार, वर्तमान में दिल्ली के राजेंद्रनगर सीट से विधायक हैं.
वे दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष भी हैं.
पंजाब में 9 अप्रैल को खाली होने वाली 5 राज्यसभा (Rajya Sabha) सीटों के लिए नामांकन के अंतिम दिन आम आदमी पार्टी ने पांचों उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है.
इनमें क्रिकेटर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh), विधायक राघव चड्ढा (Raghav Chadha),
आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर डॉ संदीप पाठक (Sandip Pathak),
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के चांसलर अशोक मित्तल (Ashok Mittal)और कृष्ण प्राण ब्रेस्ट कैंसर केयर चेरिटेबल ट्रस्ट के फाउंडर संजीव अरोड़ा (Sanjiv Arora) शामिल हैं.
इनमें से तीन नाम पहले से तय थे, जबकि अशोक मित्तल और संजीव अरोड़ा का नाम आज सामने आया.
संसद के उच्च सदन में राघव चड्डा सबसे कम उम्र के सदस्य होंगे. उनकी उम्र 33 साल बताई जाती है.
राघव चड्ढा एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हैं.
इससे पहले वे 22 साल में किसी भी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता बनने वाले पहले नेता थे.
वे 26 की उम्र में आप के ट्रेजर के रूप में काम कर चुके हैं.
बतौर ट्रेजर उन्होंने कई बार आम आदमी पार्टी को मिले इनकम टैक्स के नोटिस का भी सामना किया.
Raghav Chadha राजनीति में आने से पहले वे चार्टर्ड अकाउंटेट की नौकरी करते थे.वे राज्यसभा सदस्य के तौर पर चुने जाते हैं तो वे संसद के उच्च सदन में सबसे कम उम्र के सांसद होंगे.
अभी भी पार्टी के जितने भी कैंडिडेट्स हैं, उनमें सबसे कम उम्र के राघव चड्ढा ही हैं.
उनकी पढ़ाई-लिखाई दिल्ली से हुई है. वे दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रजुएट हुए और फिर इसके बाद उन्होंने सीए किया.
इसके अलावा उन्होंने लंदन स्कूल ऑफ इकॉनोमिक्स से सर्टिफिकेट कोर्स भी किया है.
पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने कुछ समय तक एक विदेशी फर्म के लिए काम भी किया है.
नौकरी छोड़ने के बाद राघव चड्ढा इंडिया एगेंस्ट करप्शन अभियान से जुड़े थे.
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने साल 2018 में उन्हें साउथ दिल्ली का कार्यभार सौंपा था.
फिर उन्हें साल 2019 के लोकसभा चुनाव में साउथ दिल्ली से पार्टी का उम्मीदवार भी बनाया गया.
हालांकि बीजेपी नेता रमेश बिधुड़ी से करीब दो लाख वोटों से वे हार गए और संसद जाने की उनकी तमन्ना अधूरी रह गई.
अब पूरी संभावना है कि वे राज्यसभा सदस्य के तौर पर संसद पहुंचेंगे.
बता दें कि पंजाब से राज्यसभा सदस्यों की 5 सीटें 9 अप्रैल को खाली हो रही हैं.
कांग्रेस से प्रताप सिंह बाजवा और शमसेर सिंह दुल्लो, बीजेपी से श्वेत मलिक, शिरोमणि अकाली दल से सुखदेव सिंह ढिंडसा और नरेश गुजराल का कार्यकाल समाप्त हो रहा है.
इन पांचों सीटों पर चुनाव होने हैं.