इस्लामाबाद : Pakistan political crisis : पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में शनिवार का सत्र प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के इरादे के साथ शुरू हुआ.
खबर आ रही है कि नेशनल असेंबली के स्पीकर असद कैसर ने अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने से इनकार कर दिया है.
असद कैसर ने अपने और इमरान खान के रिश्तों का हवाला दिया है.
इस बीच,पाकिस्तानी मीडिया जियो टीवी के अनुसार, इमरान खान ने अविश्वास प्रस्ताव से पहले विपक्ष के सामने तीन शर्त रखी हैं.
इमरान खान की पहली शर्त है कि पद छोड़ने के बाद उनकी गिरफ्तारी न हो.
दूसरी शर्त है कि एनबीए के तहत उनके खिलाफ केस दर्ज न हो.
इमरान खान की तीसरी शर्त यह है कि उनके बाद विपक्षी दल पाकिस्तान का नया वजीर-ए-आजम शहबाज शरीफ को न बनाएं.शहबाज के अलावा किसी और को पीएम बनाया जाए.
हालांकि इस मामले में विपक्ष ने इमरान खान की शर्तों का कोई जवाब नहीं दिया है.
नेशनल असेंबली सूत्रों के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया कि सत्र रात 12 बजे तक चल सकता है.
इमरान खान ने रात करीब 9 बजे कैबिनेट की बैठक बुलाई है.
वहीं पीटीआई ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दायर की है.
Red Zone alert pic.twitter.com/mD8AASyYow
— Murtaza Ali Shah (@MurtazaViews) April 9, 2022
Pakistan political crisis : पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर के मुताबिक सदन में बहुमत खो चुके इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग के लिए तैयार है.
इमरान सरकार सरकार के केंद्रीय सूचना और कानून मंत्री फवाद चौधरी ने अपने ट्विटर बायो में बदलाव किया है.
उन्होंने अब खुद को पूर्व केंद्रीय सूचना और कानून मंत्री बताया है.
फवाद चौधरी के के साथ ही पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी अपने ट्विटर बायो को बदलकर खुद को पूर्व विदेश मंत्री बताया है.
पाकिस्तानी पत्रकारों का दावा है कि पीएम ऑफिस के पास सेना की गाड़ियां देखी गई हैं.
इसके वीडियो ट्विटर पर शेयर किए गए हैं.
#Video
🎥The people responsible for martial law in the country will be the buyers !! Supreme Court is not above Parliament. Says fawad chaudhry
📹Extraordinary movement of security forces in red zone Islamabad“aaj ki shaam badi bojhal hai, aaj ki raat badi katil hai” pic.twitter.com/BzVzThXcGP
— Ghulam Abbas Shah (@ghulamabbasshah) April 9, 2022
पीएम ऑफिस के पास सेना की गाड़ी देखे जाने की खबर ऐसे समय पर आ रही है
जब इमरान कैबिनेट में मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि देश में मार्शल लॉ के लिए खरीदार जिम्मेदार होंगे.
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट देश की संसद से बड़ा नहीं है.
अनुमान लगाया जा रहा है कि इमरान खान वोटिंग से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं.