नई दिल्ली:Jahangirpuri Violence : जहांगीर पुरी मामले में केद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के कड़े रूख को देखते हुए दिल्ली पुलिस तीन और गिरफ्तार आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर रही है.
साथ ही अब तक की जांच में पता चला है कि अंसार जहांगीरपुरी ग्रुप का मुखिया था और
उसके तार किसी कट्टरवादी ग्रुप से जुड़े हो सकते हैं.
लिहाजा अंसार के जन्मकुंडली खुफिया एजेसियों ने भी खंगालनी शुरू कर दी है.
अब तक 3 नाबालिगों समेत 25 लोग गिरफ्तार
जहांगीरपुरी मामले की जांच के दौरान अब तक 3 नाबालिगों समेत 25 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
इस मामले की जांच के दौरान सबसे बड़ा नाम अंसार का उभरा है,
जो जहांगीरपुरी में हुए इस कांड का फिलहाल मुखिया माना जा रहा है.
अब तक की पूछताछ के दौरान पता चला है कि अंसार लोगों की मदद इसीलिए करता था,
जिससे लोग बिना कुछ पूछे उसकी बातों को फॉलो करें.
यही कारण है कि उसने इस दंगे की तैयारी रामनवमी के पहले ही करनी शुरू कर दी थी.
जहांगीरपुरी मामले की अब तक की जांच के दौरान एजेंसियों को पता चला है
कि जहांगीरपुरी गैंग का मुखिया अंसार ही था.
Jahangirpuri Violence : सूत्रों के मुताबिक, अब तक की पूछताछ के दौरान अंसार ने यह तो कबूल किया है
कि उसने रामनवमी के पहले ही अपने गुर्गों के जरिए हथियार लाठी पत्थर इकट्ठे किए थे,
लेकिन वह किस के इशारों पर नाच रहा है, इस बारे में अंसार गोलमोल जवाब दे रहा है.
एजेंसियों को शक है कि उसके तार किसी कट्टरपंथी संगठन से जुड़े हो सकते हैं.
लिहाजा खुफिया एजेसियों ने भी अंसार के तार खंगालने शुरू कर दिए हैं.
अंसार की फंडिग का सोर्स जानना चाहती हैं एजेंसियां
सूत्रो के मुताबिक, जांच एजेंसियां अंसार से जानना चाहती है कि उसकी फंडिग का सोर्स क्या है,
क्योंकि अब तक के बयानों में उसने सट्टेबाजी को अपनी फंडिग का सोर्स बताया है.
लेकिन जांच एजेंसियों को उसका यह तर्क इसलिए गले नहीं उतर रहा है कि जिस तरह की अयाशी की जिंदगी वह जी रहा था और
लोगों को खुलेआम पैसा बांट रहा था, वह केवल सट्टेबाजी से संभव नहीं है.
पुलिस कस्टडी में मौजूद अंसार जांच अधिकारियों को लगातार भटकाने की कोशिश कर रहा है
औऱ इन्ही कोशिशों में उसकी पोल खुलती जा रही है.
उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले में सख्ती के निर्देश दिए हैं.
पांच आरोपियों पर पहले ही दर्ज है NSA के तहत मुकदमा
Jahangirpuri Violence में केंद्रीय गृह मंत्री के सख्त रवैये को देखते हुए दिल्ली पुलिस तीन और
आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने जा रही है.
इन तीनों के डोजियर बनाए जा रहे हैं और इसके बाद रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजकर इनके खिलाफ एनएसए लगाने की अनुमति ली जाएगी.
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस इन 8 लोगों को इस मामले में डिटेन करेगी और फिर इन्हें तीन-तीन माह की अवधि के लिए जेल भेजा जाएगा.
इसके बाद यह अवधि बढ़ाकर 1 साल तक की जा सकती है.
ध्यान रहे कि इससे पहले पांच आरोपियों अंसार, सलीम, इमाम शेख, दिलशाद औऱ अहिर पर एनएसए के तहत मुकदमा दर्ज किया जा चुका है.
फिलहाल इस मामले मे जांच जारी है औऱ पूछताछ के दौरान अनेक बड़े खुलासे हो सकते हैं.