49 आरोपियों को Kasganjviolence में किया जा चुका है गिरफ्तार
लखनऊ:LNN: : Kasganjviolence से दूसरे दिन भी जलता रहा, शुक्रवार को तिरंगा यात्रा को लेकर हुए बवाल के बाद जिले की सीमाएं सील कर धारा 144 लगा दी गई है.
Kasganjviolence को देखते हुये प्रशासन ने पुलिस समेत पीएसी, रैपिड ऐक्शन फोर्स (आरएएफ) तैनात कर दी है.
साथ ही कासगंज में इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया है क्योंकि विडियो आदि के जरिए अफवाहों का बाजार गर्म है.
Police force was immediately sent to #Kasganj following the violence. Few incidents of fire were reported today on the outskirts, but no violence was reported. Situation is under control. Chief Minister is also monitoring the situation: Principal Secretary (Home) Arvind Kumar pic.twitter.com/IbHqRGZ4K5
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2018
Kasganjviolence के बीच प्रमुख सचिव अरविंद कुमार का कहना है कि जिले में हिंसा जैसी कोई ख़बर ही नहीं है.
प्रमुख सचिव ने कहा, ‘कासगंज में तुरंत पुलिसबल मौके पर भेज दिया गया था.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी स्थिति पर नजर रख रहे हैं.
शनिवार को आगजनी की कुछ घटनाएं दर्ज की गईं लेकिन हिंसा की कोई खबर नहीं है, स्थिति नियंत्रण में है.
एटा से सांसद राजवीर सिंह इस हद तक घटना से नाराज हो गए कि वह धरने पर बैठ गए.
#Kasganjclashes: All internet services suspended from 5 pm on 27th January to 10 pm on 28th January: RP Singh, Kasganj District Magistrate
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2018
कासगंज जिलाधिकारी आरपी सिंह ने बताया, ‘सभी इंटरनेट सेवाएं शनिवार (27 जनवरी) शाम 5 बजे से लेकर रविवार (28 जनवरी) शाम 10 बजे तक बंद कर दी गई हैं.’
कासगंज जिलाधिकारी आरपी सिंह ने कहा कि हिंसा के मामले में कासगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.
बता दें कि शुक्रवार को तिरंगा यात्रा को लेकर हुए बवाल दौरान बवाल में मारे गए चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान से लौट रहे लोगों का गुस्सा फूट पड़ा.
इससे पहले शनिवार सुबह उपद्रवियों ने चार दुकान और दो बसों में आग लगा दी .
राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि शहर में निषेधाज्ञा लागू है.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बयान में कहा कि 49 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
असामाजिक तत्वों ने दो दुकानों को लगा दी आग
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बयान में कहा गया है, ’26 जनवरी की सुबह कस्बा कासगंज में अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिलों से
‘वंदेमातरम’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए हाथों में तिरंगा झंडा लेकर भ्रमण कर रहे थे.
जुलूस जैसे ही दूसरे समुदाय के लोगों के इलाके में पहुंचा
तो कुछ उपद्रवी तत्वों ने पथराव और फायरिंग शुरू कर दी, जिससे दोनों पक्षों में विवाद बढ़ गया.
इसी बीच फायरिंग के दौरान दो युवक अभिषेक गुप्ता उर्फ चंदन और नौशाद गोली लगने से घायल हो गये.
घायल चंदन को सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि
कुछ असामाजिक तत्वों ने शनिवार शहर के बाहर एक छोटी दुकान को आग लगाने की कोशिश की.
उपद्रवियों ने एक बस को भी आग के हवाले कर दिया
कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में किए.
उन्होंने कहा, ‘कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के अलावा हमारा प्रयास है कि समुदायों में परस्पर भाईचारा कायम रहे.’
कासगंज के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने घंटाघर बाजार में जूतों की दो दुकानों को आग लगा दी.
दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया. एक छोटी दुकान को भी आग लगाई गई.
उपद्रवियों ने एक बस को भी क्षतिग्रस्त कर आग के हवाले कर दिया.
मौके पर पहुंची दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू किया.
Kasganjviolence के बीच उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव अरविंद कुमार ने घटना के दूसरे दिन हिंसा की वारदातों को सिरे से खारिज कर दिया.