नई दिल्ली:Margaret Alva: उपराष्ट्रपति पद के चुनाव में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस का वोटिंग में भाग नहीं लेने के ऐलान के बाद विपक्ष की उम्मीदवार मार्गरेट अल्वा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
मार्गरेट अल्वा (Margaret Alva) ने टीएमसी के इस फैसले पर हैरानी जताते हुए कहा कि उनका उपराष्ट्रपति चुनाव में भाग नहीं लेने का निर्णय निराश करने वाला है.
अल्वा (Margaret Alva) ने ट्वीट किया, ‘‘उप राष्ट्रपति चुनाव से तृणमूल कांग्रेस का अनुपस्थित रहने का फैसला निराशाजनक है.
यह वाद-विवाद, अहंकार और गुस्से का समय नहीं है. यह साहस, नेतृत्व और एकता का समय है.
मेरा विश्वास है कि ममता बनर्जी, जो साहस का प्रतीक हैं, विपक्ष के साथ खड़ी होंगी.’’
The TMC’s decision to abstain from voting in the VP election is disappointing. This isn’t the time for ‘whataboutery’, ego or anger. This is the time for courage, leadership & unity. I believe, @MamataOfficial , who is the epitome of courage, will stand with the opposition.
— Margaret Alva (@alva_margaret) July 22, 2022
दरअसल, टीएमसी का कहना है कि विपक्ष ने बिना उनकी सलाह के अल्वा को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया.
उनकी उम्मीदवारी पर टीएमसी के किसी भी नेता से सलाह नहीं ली गई.
टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी इस बात से नाराज है कि उनसे बातचीत किए बिना उपराष्ट्रपति उम्मीदवार की घोषणा क्यों की गई?
टीएमसी ने इस बात पर नाराजगी जाहिर करते हुए,
उपराष्ट्रपति चुनाव (Vice President Election) से दूरी बनाने का फैसला किया है.
बता दें कि उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष की ओर से मार्गरेट अल्वा को उम्मीदवार बनाया गया है.
दरअसल,एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने मार्गरेट अल्वा के नाम का ऐलान किया था.
मार्गरेट अल्वा गोवा, राजस्थान, उत्तराखंड और गुजरात की राज्यपाल रह चुकी है.
उन्हें प्रशासनिक कार्यों का लंबा अनुभव प्राप्त है.
बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ को उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है.
देश के मौजूदा उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू का कार्यकाल 19 अगस्त को खत्म हो रहा है.
उपराष्ट्रपति पद के लिए चुनाव 6 अगस्त को वोटिंग होगी और उसी दिन चुनाव के नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे.