Twitter Blue Tick: एलन मस्क ने 1 नवंबर को यह ट्वीट कर सबको चौंका दिया था कि ट्विटर के ब्लू टिक (Twitter Blue Tick) के लिए 8 डॉलर प्रति महीने देने होंगे.
सबने इसका कैलकुलेशन भी शुरू कर दिया.
थोड़ी देर बाद उनका दूसरा ट्वीट आया कि देश विशेष के परचेजिंग पावर पैरिटी (Purchasing Power Parity) के अनुसार इस 8 डॉलर को समायोजित किया जाएगा.
Twitter Blue Tick:आखिर ये परचेजिंग पावर पैरिटी है क्या और भारत में इसके हिसाब से ब्लू टिक के लिए ट्विटर को कितने पैसे देने होंगे?
ओईसीडी (Organisation for Economic Co-operation and Development) के अनुसार, परचेजिंग पावर पैरिटी करेंसी कन्वर्जन की वह दर है
जिसके जरिये विभिन्न मुद्राओं की खरीदारी की ताकत को बराबरी के स्तर पर लाना है.
इस कन्वर्जन में विभिन्न देशों की प्राइस लेवल के फर्क को शामिल नहीं किया जाता है.
मतलब परचेजिंग पावर पैरिटी के हिसाब से 1 डॉलर का मूल्य 82.88 रुपया नहीं हो सकता.
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के अनुसार, परचेजिंग पावर पैरिटी ऐसी दर है
जिसके जरिये एक देश की मुद्रा को दूसरे देश की मुद्रा में बदल कर समान मात्रा में सामान और सेवाएं खरीदी जा सकती हैं.
विश्व बैंक (World Bank) के आंकड़ों के अनुसार 2021 में भारत परचेजिंग पावर पैरिटी कन्वर्जन (PPP Conversion) फैक्टर 23.14 है.
मतलब भारत की लोकल करेंसी यूनिट (LCU) प्रति डॉलर के मुकाबले 23.14 है.
सरल शब्दों में कहें तो आप अमेरिका में जो वस्तु या सेवा 1 डॉलर में खरीद सकते हैं
वही वस्तु या सेवा परचेजिंग पावर पैरिटी के हिसाब से आप 23.14 रुपये में खरीद सकते हैं.
जब आप भारत की परचेजिंग पावर पैरिटी के हिसाब से ट्विटर के 8 डॉलर के शुल्क को परिवर्तित करेंगे,
तो यह 660 रुपये नहीं बल्कि लगभग 185 रुपये बैठेगा.
World Bank के आंकड़ों के अनुसार,
परचेजिंग पावर पैरिटी प्रति अंतरराष्ट्रीय डॉलर विभिन्न देशों की स्थानीय मुद्रा के अनुसार भिन्न-भिन्न हैं.
सऊदी अरब के लिए यह 1.78, कतर के लिए 2.38, यूक्रेन के लिए 9.28, जोर्डन के लिए 0.29, इंडोनेशिया के लिए 4,758.70, आयरलैंड के लिए 0.79, .
तंजानिया के लिए 890.58, ऑस्ट्रिया के लिए 0.77, चीन के लिए 4.19, नेपाल के लिए 33.83 और पाकिस्तान के लिए 41.92 है.