अमेठी:SP MLA Thrashed:सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह की दबंगई की घटना सामने आई है. उन्होंने बीजेपी के निकाय चुनाव के प्रत्याशी के पति दीपक सिंह को थाने में जमकर पीटा.
विधायक राकेश प्रताप सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की नगर पालिका प्रत्याशी रश्मि सिंह के पति दीपक सिंह की थाने में ही पिटाई कर दी.
पुलिस इस दौरान बीच-बचाव करती नजर आई, लेकिन सपा विधायक नहीं रुके.
ये पूरा घटनाक्रम अमेठी जिले के गौरीगंज कोतवाली का है.
मामले को लेकर एसपी का कहना है कि अचानक दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए थे. जिससे मामला बढ़ गया.
अब मामला शांत है. दोनों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर विधिक कार्रवाई की जाएगी.
SP MLA Thrashed:सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह का कहना है कि पहले दीपक सिंह ने थाने में आकर गाली दी, उसके बाद उन्होंने अपना आपा खो दिया.
सपा विधायक का कहना है कि भाजपा प्रत्याशी के पति दीपक सिंह समर्थकों के साथ मिलकर सपा समर्थकों को पीट रहे थे, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं कर रही थी. जिसको लेकर वह धरने पर बैठे थे.
इसी बीच दीपक सिंह गौरीगंज कोतवाली पहुंचे.
जहां पहले से ही मौजूद सपा विधायक व उनके समर्थकों ने उन्हें पीट दिया.
दीपक सिंह किसी तरह से जान बचाकर कोतवाली के अंदर भागे.
सपाइयों की गुंडागर्दी!
समाजवादी पार्टी गौरीगंज विधायक राकेश सिंह गुंडई पर उतरे , भाजपा नगर पालिका प्रत्याशी दीपक सिंह पछेरी को सरेआम थाने में मारा।
Kindly take action @amethipolice . @Uppolice @myogioffice @dgpup pic.twitter.com/oQhS90Mi2g— Prashant Umrao (@ippatel) May 10, 2023
सपा विधायक राकेश प्रताप सिंह ने आरोप लगाया कि लगातार 15 दिनों से मेरे कार्यकर्ताओं को पीटा जा रहा है और समर्थकों की गाडि़यां तोड़ी जा रही हैं.
समर्थकों को गालियां दी जा रही हैं.
मैं लगातार पुलिस को तहरीर दिलवा रहा हूं. फोन करके भी पुलिस को इस बारे में सूचित कर रहा हूं.
कल हमारे कुछ कार्यकर्ताओं का अपहरण किया गया, लेकिन कोई एफआईआर दर्ज नहीं की जा रही है.
इसलिए लोकतांत्रिक ढंग से हम अनशन पर बैठे और जब सीओ और एसडीएम आए,
तब मैंने उनसे यही कहा कि मैं बाहर सुरक्षित नहीं हूं. मुझे सुरक्षा मुहैया कराई जाए.
राकेश प्रताप ने दावा किया, “आज मैं थाने में धरने पर बैठा था, तब दीपक सिंह ने थाने के गेट पर उनके भाई के ऊपर गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया, जिसमें उसे काफी चोट आई.
इसके बाद उन्होंने थाने के अंदर आकर मुझे गालियां दीं, तब मैंने हाथ उठाया.