लखनऊ:Umesh Pal murder case:कमिश्नरेट पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक अहमद ( Atiq Ahmad) की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen), गुड्डू मुस्लिम और साबिर के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है.
वे अब देश छोड़कर कहीं विदेश भाग नहीं सकते हैं.
लुकआउट नोटिस की अवधि एक साल की है.
कमिश्नरेट पुलिस की रिपोर्ट शासन को भेजी गई थी, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई है.
Umesh Pal murder case:यूपी के अलावा कई प्रदेशों में इनकी धरपकड़ के लिए छापेमारी की गई थी, लेकिन कोई सुराग हाथ नहीं लगा.
लुकआउट नोटिस में 5 लाख के इनामी गुड्डू मुस्लिम और साबिर का भी नाम शामिल है.
शाइस्ता परवीन पर 50 हजार का इनाम है.
लुकआउट नोटिस जारी होने के बाद अब ये तीनों देश छोड़कर कहीं भाग नहीं सकते..
शाइस्ता परवीन को पुलिस कई महीनों से ढूंढ रही है.
लेकिन अभी भी यही सवाल है कि शाइस्ता परवीन, गुड्डू मुस्लिम और फरार चल रहे दो अन्य शूटर कहां हैं;
STF कब करेगी गिरफ्तार?
पुलिस और एसटीएफ की टीम दिन रात एक कर इन दोनों की तलाश कर रही है.
सूत्रों से जो खबर मिल रही है उसके मुताबिक गुड्डू मुस्लिम और शाइस्ता अंडरग्राउंड हो चुके हैं.
अतीक अहमद से निकाह के बाद से ही शाइस्ता ने अतीक के हर जुर्म में बराबर साथ दिया.
उमेश पाल हत्याकांड के समय अतीक अहमद अहमदाबाद के साबरमती जेल में बंद था.
उस समय शाइस्ता परवीन बाहर थी.
यूपी पुलिस इसी मामले में पूछताछ करने के लिए शाइस्ता को ढूंढ रही है.
बात शाइस्ता परवीन की करें तो अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन 24 फरवरी की शाम घटना के बाद एक दिन चकिया में ही रही.
पुलिस ने उसके दो नाबालिग बेटों को उठा लिया था लेकिन उसे नहीं पकड़ा था.
उसके बाद जब वो फरार हुई तो अबतक नहीं मिली है.
Umesh Pal murder case:पुलिस और एसओजी के अलावा एसटीएफ ने चकिया और हटवा से लेकर कानपुर, लखनऊ, दिल्ली तक तमाम ठिकानों पर खोजबीन की लेकिन अब तक नतीजा शून्य है.
शाइस्ता परवीन ने सितंबर 2021 में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM से अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी.
उसके बाद जब अतीक के ऊपर मुसीबत आई, तब 2023 में शाइस्ता ने मायावती की पार्टी बसपा ज्वॉइन कर ली.
लेकिन उमेश पाल मर्डर केस के बाद से शाइस्ता फरार चल रही है.
बसपा ने भी उसे पार्टी से निकाल दिया है.
बीते दिनों यूपी एसटीएफ और यूपी पुलिस की कस्टडी में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या कर दी गई थी.
तीन शूटरों ने दोनों पर उस वक्त हमला किया, जब पुलिस अतीक-अशरफ को मेडिकल के लिए प्रयागराज जिला अस्पताल लेकर जा रही थी.
वहीं, इससे दो दिन पहले अतीक के बेटे असद अहमद का एनकाउंटर कर दिया गया था.