Jharkhand Political Crisis:झारखंड में सियासी संकट के बीच राज्यपाल ने चंपाई सोरेन (Champai Soren) को सरकार बनाने का न्योता दे दिया है.
चंपई सोरेन को दस दिनों के भीतर विश्वास मत हासिल करना होगा.
रांची के सर्किट हाउस में गठबंधन के विधायकों की बैठक हुई.
Jharkhand Political Crisis:दो फरवरी को होने वाले शपथ ग्रहण पर चर्चा हुई. सर्किट हाउस में ही सारे विधायक रुके हुए हैं.
वो हैदराबाद जाने वाले थे लेकिन खराब मौसम की वजह से फ्लाइट उड़ान नहीं भर पाया और उन्हें वापस लौटना पड़ा.
इसके बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने चंपई सोरेन को शपथ का न्यौता दिया.
राज्यपाल से मुलाकात से पहले चंपाई सोरेन ने राजभवन में विधायकों की गिनती भी कराई.
सोशल मीडिया पर इसका एक वीडियो में शेयर किया जा रहा है.
Jharkhand Political Crisis:वीडियो में देखा जा सकता है कि चंपाई सोरेन से गिनती की शुरुआत होती है.
जैसे ही कैमरा घूमता है, विधायक अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए हाथ उठाते हैं.
बताया जा रहा है कि इस वीडियो को कथित तौर पर बहुमत के सबूत के तौर पर राज्यपाल को भी दिखाया गया.
VIDEO | JMM-led alliance releases video showing support of 43 MLAs in Jharkhand amid political crisis in the state. pic.twitter.com/qGyI5wabw7
— Press Trust of India (@PTI_News) February 1, 2024
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) नेता हेमंत सोरेन ने बुधवार को जमीन घोटाला केस में ईडी की गिरफ्तारी से पहले सीएम पद से इस्तीफा दिया.
इसके तुरंत बाद महागठबंधन विधायक दल की बैठक में चंपाई सोरेन को नेता चुन लिया गया.
उसी शाम चंपाई सोरेन ने राज्यपाल को पत्र लिखा
और उनसे सरकार गठन पर जल्द से जल्द निर्णय लेने का आग्रह किया.
Jharkhand Political Crisis:चंपाई सोरेन ने राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को लिखे पत्र में स्पष्ट किया, “हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद ही मेरे नेतृत्व में सरकार बनाने का दावा पेश किया गया है.
हमने 47 विधायकों के समर्थन के दावे और 43 विधायकों की साइन का समर्थन पत्र आपको सौंपा है.
43 विधायक बुधवार को राजभवन के गेट के बाहर भी खड़े थे.
पिछले 18 घंटों से राज्य में कोई सरकार नहीं है. इससे असमंजस की स्थिति है.
इसलिए आग्रह है कि सरकार बनाने के लिए हमें बुलाया जाए.”
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेतृत्व वाले महागठबंधन के पास बहुमत है.
81 सदस्यों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए 43 विधायकों की जरूरत है.
गठबंधन के पास 48 विधायक हैं.
JMM के 29, कांग्रेस के 17, RJD का एक और CPI(ML) का एक MLA है.
इनमें से 43 सदस्य चंपाई सोरेन के साथ राजभवन पहुंचे थे.