Kamal Nath :भोपाल: नकुलनाथ मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) के बेटे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर अपने बायो से कांग्रेस हटा दिया है.
Kamal Nath के बारे में एक दिन पहले ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दावा किया था कि पार्टी के फैसलों से कांग्रेस के नेता नाराज हैं.
नकुलनाथ के इस कदम से उनके और कमलनाथ के भाजपा में शामिल होने की अटकलों को और हवा मिली है,
जो पिछले कुछ दिनों चल रही हैं.
कमलनाथ नई दिल्ली में हैं और अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह आज भाजपा नेताओं के साथ बैठक करेंगे.
हालांकि दिग्गज कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर वह कोई बदलाव करेंगे तो इस बारे में पहले मीडिया को सूचित करेंगे.
कमलनाथ ने संवाददाताओं से दिल्ली में कहा,
“अगर ऐसी कोई बात होगी तो मैं सबसे पहले आपको कहूंगा.
ये इनकार करने की बात नहीं है, आप ये कह रहे हैं, आप लोग उत्साहित हो रहे हैं.
मैं उत्साहित नहीं हो रहा हूं, इस तरफ या उस तरफ,
अगर ऐसी कोई बात होगी तो मैं आपको सबसे पहले सूचित करूंगा.”
मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक बड़ा झटका देते हुए इस सप्ताह की शुरुआत में कई नेताओं ने पाला बदला है.
पूर्व विधायक दिनेश अहिरवार और विदिशा से कांग्रेस के जिला अध्यक्ष राकेश कटारे 12 फरवरी को भाजपा में शामिल हुए थे.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कल कहा था कि पार्टी के दरवाजे अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के लिए खुले हैं,
जो पार्टी द्वारा अयोध्या के राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने से नाराज हैं.
कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा,
‘आज मैं आपको माहौल बता रहा हूं, हमने अपने दरवाजे खुले रखे हैं
क्योंकि कांग्रेस में ऐसे लोग हैं जो महसूस करते हैं कि कांग्रेस भगवान राम का बहिष्कार करती है,
भारत के हृदय में राम हैं.
जब कांग्रेस उनका अपमान करती है तो ऐसे लोग भी हैं,
जिन्हें इससे दुख होता है, जो परेशान होते हैं और उन्हें मौका मिलना चाहिए.”
Kamal Nath:शर्मा ने शुक्रवार को भोपाल में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ”आप जिनका नाम ले रहे हैं, अगर उनके दिल में दर्द है तो उनका भी स्वागत है.”
इस महीने की शुरुआत में मध्य प्रदेश से कांग्रेस के इकलौते लोकसभा सांसद नकुलनाथ ने खुद को छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से कांग्रेस का उम्मीदवार घोषित किया था.
हालांकि पार्टी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
नकुलनाथ ने एक सभा के दौरान कहा था, “इस बार भी मैं लोकसभा चुनाव में आपका उम्मीदवार बनूंगा.
ऐसी अफवाहें चल रही हैं कि कमलनाथ या नकुलनाथ चुनाव लड़ेंगे,
मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि कमलनाथ चुनाव नहीं लड़ेंगे, मैं लड़ूंगा.”
छिंदवाड़ा लंबे समय से कमलनाथ का गढ़ रहा है.
उन्होंने लगातार नौ बार इस सीट पर जीत दर्ज की थी.
2019 के चुनावों में राज्य की अन्य 28 सीटों पर भाजपा की जीत के बावजूद नकुलनाथ छिंदवाड़ा से जीत हासिल करने में कामयाब रहे थे.