Maha Kumbh 2025: महाकुंभ में बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर प्रशासन ने ऑपरेशन इलेवन के जरिये क्राउड मैनेजमेंट का स्पेशल प्लान तैयार किया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देश पर यह योजना बनाई गई है.
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिहाज से वन वे रूट तैयार किया गया है.
जिससे मौनी अमावस्या पर हुई भगदड़ जैसी घटना को रोका जा सके.
Maha Kumbh 2025:टून पुलों पर मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए भी विशेष इंतजाम किया गया है. सबसे खास बात यह है कि त्रिवेणी के घाटों पर अत्यधिक दबाव रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया जा रहा है.
जहां वरिष्ठ अधिकारी भी टीम के साथ तैनात रहेंगे.
बैरिकेडिंग की संख्या भी बढ़ा दी गई है.
‘ऑपरेशन 11’ से क्राउड मैनेजमेंट प्लान
महाकुंभ में बसंत पंचमी के दिन वन वे ट्रैफिक व्यवस्था को सख्ती से लागू करने का निर्णय लिया गया है.
श्रद्धालुओं के सुगम यातायात और अत्यधिक संख्या होने पर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए प्रमुख मार्गों पर ट्रैफिक डायवर्जन किया जाएगा.
अधिकतर पांटून पुलों पर आवागमन जारी रहेगा.
स्नान करने वाले घाटों पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है.
न्यू यमुना ब्रिज पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं.
नैनी से संगम की ओर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए
एक अतिरिक्त राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में एक कंपनी पीएसी तैनात की गई है.
इसके अलावा दो मोटर साइकिल दस्ते लगातार गश्त करेंगे.
यही नहीं ब्रिज की साइड रेलिंग को सुदृढ़ किया गया है,
जिससे किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके.
Maha Kumbh 2025: झूंसी से संगम की ओर ट्रैफिक नियंत्रित करने के लिए एक कंपनी पीएसी और एक राजपत्रित अधिकारी की विशेष रूप से तैनाती की गई है.
दो मोटर साइकिल दस्ते सक्रिय गश्त में रहेंगे.
एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में सीएपीएफ को तैनात किया गया है.
झूंसी की ओर से टीकरमाफी मोड़ आने वाली ट्रैफिक को कटका तिराहा,
जिराफ चौराहा, छतनाग मोड़ और समुद्रकूप मोड़ से डायवर्ट किया जाएगा.
श्रद्धालुओं के सुगम यातायात के लिए सड़क की डिवाइडर को समतल किया गया है.
Maha Kumbh mela 2025: फाफामऊ पुल और पांटून पुलों पर विशेष इंतजाम किया गया है.
दो मोटरसाइकिल दस्तों से पुलिसकर्मी लगातार भ्रमण करेंगे और ट्रैफिक नियंत्रित करने
और श्रद्धालुओं की एंट्री और एग्जिट के लिए पीएसी को तैनात किया गया है.
झूंसी रेलवे स्टेशन पर विशेष व्यवस्था की गई है.
यहां एक राजपत्रित अधिकारी के नेतृत्व में पीएसी को लगाया गया है.
एंट्री और एग्जिट प्वाइंट पर मजबूत बैरिकेडिंग की गई है.
रेलवे अधिकारियों से समन्वय कर ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी बढ़ाई जा रही है.
अस्थायी बस स्टेशन सरस्वती द्वार से गोरखपुर और वाराणसी के लिए बस संचालन के इंतजाम किया गया हैं.
रात में पर्याप्त संख्या में रिजर्व बसें झूंसी में पार्क की जाएंगी.
अन्दावा से सरस्वती द्वार और सहसों के लिए शटल बसें संचालित होंगी,
जिससे मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई भी असुविधा न होने पाए.
तीन पुलिस उपाधीक्षकों के नेतृत्व में पुलिस और दो कंपनी पीएसी को तैनात किया गया है.
आईईआरटी फ्लाईओवर की तरफ से प्रयाग जंक्शन की ओर जाने वाली ट्रैफिक को रोकने के लिए
युधिष्ठिर चौराहे पर मजबूत बैरिकेडिंग और पर्याप्त पुलिस बल का इंतजाम किया गया है.
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पर्याप्त संख्या में साइनेज की व्यवस्था की गई है.
मेडिकल कॉलेज चौराहे और बालसन चौराहे पर डायवर्जन के लिए राजपत्रित अधिकारियों के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस बल और पीएसी की तैनाती की गई है.
बालसन से बख्शी बांध होते हुए नागवासुकी क्षेत्र की ओर डायवर्जन रहेगा.
स्टैनली रोड चौराहे से श्रद्धालुओं को लाजपत राय रोड,
मंडलायुक्त कार्यालय तिराहे से भारत स्काउट होते हुए मजार चौराहे से दाहिने मोड़कर
आईईआरटी पार्किंग के बगल से मेला क्षेत्र ले जाया जाएगा.
अन्दावा और सहसो चौराहे पर अतिरिक्त पुलिस और यातायात पुलिस की तैनाती की गई है.
यहां नौ मोटर साइकिल दस्ते लगातार निगरानी करेंगे.
किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए क्रेन की व्यवस्था की जा रही है.
तृतीय अमृत स्नान पर्व के लिए दो कंपनी आरएएफ और तीन कंपनी पीएसी का अतिरिक्त प्रबंध किया गया है.
संवेदनशील स्थानों पर राजपत्रित अधिकारी निगरानी करेंगे.
56 क्विक रिस्पांस टीम (QRT) की तैनाती की गई है.
प्रभावी पेट्रोलिंग के लिए 15 मोटर साइकिल दस्ते तैनात किए गए हैं.
प्रमुख चौराहों और डायवर्जन प्वाइंट्स के बैरियर पर सीएपीएफ और पीएसी का इंतजाम किया गया है.