SC judge ak sikri ने केंद्र सरकार की ओर से कॉमनवेल्थ सेक्रटरिएट आर्बिट्रल ट्राइब्यूनल में भेजे जाने के प्रस्ताव को ठुकराया
नई दिल्ली:LNN: SC judge ak sikri को रिटायरमेंट के बाद कॉमनवेल्थ ट्राइब्यूनल भेजे जाने के प्रस्ताव पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सवाल खड़े करते हुए राफेल डील से जोड़ा है.
सुप्रीम कोर्ट के दूसरे सबसे वरिष्ठ जज एके सीकरी ने कॉमनवेल्थ सेक्रेटेरिएट आर्बिट्रल ट्राइब्यूनल (Commonwealth Secretariat Arbitral Tribunal) से अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली है.
SC judge ak sikri आलोक वर्मा को सीबीआई के निदेशक पद से हटाने से जुड़े सेलेक्शन पैनल में शामिल थे, जिसने दो-एक के बहुमत से उन्हें पद से हटाने का फ़ैसला किया था.
पीएम मोदी पर अटैक करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वह राफेल घोटाले को कवरअप करने का प्रयास कर रहे हैं.
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री डर के चलते भ्रष्ट हो गए हैं और संस्थाओं को बर्बाद कर रहे हैं.
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कांग्रेस के अहमद पटेल ने भी इस मसले पर सरकार पर वार किया था.
उन्होंने इस नियुक्ति पर कहा था कि सरकार को कई सवालों के जवाब देने की जरूरत है.
सूत्रों के मुताबिक Justice AK Sikri इन ख़बरों से काफ़ी परेशान हैं. उन्होंने विधि सचिव को एक पत्र में लिखा है कि वो हाल की कुछ घटनाओं से काफ़ी दुखी हैं.
सूत्रों के मुताबिक उन्होंने लिखा कि मैंने दिसंबर में कॉमनवेल्थ सेक्रेटेरिएट आर्बिट्रल ट्राइब्यूनल के लिए अपनी सहमति दे दी थी और उसके बाद से कोई सुनवाई नहीं की.
SC judge ak sikri के मनोनयन पर यह विवाद सीबीआई चीफ आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने के तीन दिन बाद शुरू हुआ.
राहुल गांधी ने सीकरी के मनोनयन की रिपोर्ट पर ट्वीट करते हुए लिखा था, ‘न्याय के पैमाने से जब छेड़छाड़ की जाती है तो फिर अराजकता का राज आता है.’
राहुल ने इस मसले पर सीधे पीएम मोदी पर अटैक करते हुए कहा था कि वह राफेल घोटाले को कवरअप करने में जुटे हैं.’