Lok sabha election 2019; 7 चरणों में होगा चुनाव 11, 18, 23, 29 अप्रैल एवं 6, 12 और 19 मई को चुनाव कराने का ऐलान किया है. सभी चरणों की वोटिंग की गिनती एक साथ 23 मई को होगी.
नई दिल्ली:LNN:lok sabha chunav 2019;चुनाव आयोग ने आम चुनाव का बिगुल फूंक दिया है.
आयोग ने लोकसभा की कुल 543 सीटों पर 7 चरणों में चुनाव का ऐलान किया है.
11, 18, 23, 29 अप्रैल एवं 6, 12 और 19 मई को चुनाव होंगे.
सभी चरणों की वोटिंग की गिनती एक साथ 23 मई को होगी.
22 राज्यों और केंद्र शामित प्रदेशों में एक चरण में ही मतदान होगा.
इसके साथ ही आयोग ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा, अरुणाचल प्रदेश एवं सिक्किम में विधानसभा चुनावों का भी ऐलान किया.
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यहां लोकसभा की वोटिंग के साथ विधानसभा के लिए भी मतदान कराया जाएगा.
सबसे ज्यादा 80 सीटों वाले उत्तर प्रदेश, 40 सीटों वाले बिहार और 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 7 चरणों में मतदान होगा
पहले राउंड में 20 राज्यों की 91 सीटों पर मतदान होगा. दूसरे राउंड में 13 राज्यों की 97 सीटों पर मतदान होगा. तीसरे चरण में 14 राज्यों की 115 सीटों पर वोट पड़ेंगे.
चौथे दौर में 9 राज्यों की 71 सीटों, 5वें में 7 राज्यों की 51 सीटों, छठे राउंड में 7 राज्यों की 59 सीटों और 7वें एवं आखिरी दौर में 8 राज्यों की 59 सीटों पर मतदान होगा.
दिल्ली में छठे चरण में 12 मई को मतदान होगा.
12 राज्यों की 34 विधानसभी सीटों के उपचुनाव के लिए भी लोकसभा चुनाव के साथ ही मतदान होगा.
यूपी, बिहार और बंगाल में 7 राउंड में वोटिंग 80 लोकसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश, 40 सीटों वाले बिहार और 42 सीटों वाले पश्चिम बंगाल में सभी 7 चरणों में मतदान होगा.
22 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश में एक राउंड में ही वोटिंग. आंध्र प्रदेश, अरुणाचल, गोवा, गुजरात, हरियाणा,
हिमाचल प्रदेश, केरल, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम, तेलंगाना, तमिलनाडु, उत्तराखंड, अंडमान-निकोबार, दादर एवं नागर हवेली, दिल्ली, पुदुचेरी, चंडीगढ़ में एक ही राउंड में मतदान होगा.
सभी पोलिंग स्टेशनों पर वीवीपैट मशीनें होंगी. इससे वोटर्स को यह पता चल सकेगा कि उसकी ओर से दिया गया वोट सही उम्मीदवार को ही पड़ा है या नहीं. यही नहीं ईवीएम की भी कई स्तरीय सुरक्षा होगी.
हर उम्मीदवार को फॉर्म 26 भरना होगा. देश भऱ में कुल 10 लाख पोलिंग स्टेशनों पर मतदान कराया जाएगा.
2014 में यह संख्या 9 लाख के करीब थी. सभी मतदान केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगे होंगे. पूरी चुनावी प्रक्रिया की विडियोग्रफी भी होगी.
21वीं सदी में जन्मे लोग पहली बार चुनेंगे केंद्र सरकार, दिलचस्प तथ्य यह है कि यह पहला ऐसा आम चुनाव है,
जब 21वी सदी में जन्मे लोग मतदान कर सकेंगे.
2014 में हुए आम चुनाव के दौरान इस सदी में जन्मे लोगों की आयु 18 वर्ष नहीं थी,
21वी सदी में जन्मे चुनाव में वे पहली बार देश की सरकार चुनने के लिए वोट डाल सकेंगे
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि दुनिया में करीब 40 लोकतांत्रिक देश हैं,
लेकिन पारदर्शिता के मामले में भारत अव्वल देशों में से एक है.