Omar Abdullah की इस राय पर महागठबंधन में शामिल उनके सभी सहयोगी पार्टियों से स्पष्टीकरण मांगना चाहूंगा.
नई दिल्ली:LNN:Omar Abdullah के उस बयान पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया दी है जिसमें जम्मू-कश्मीर के लिए अलग से पीएम बनाने की बात कही गई थी.
पीएम मोदी ने एक चुनावी रैली के दौरान उमर के इस बयान पर विपक्षी दल कांग्रेस को भी घेरा.
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उन्होंने कांग्रेस से पूछा कि क्या वे नेशनल कांफ्रेंस के नेता Omar Abdullah के इस बयान का समर्थन करते हैं?
पीएम मोदी ने कांग्रेस से पूछे ये सवाल वो सभी बताएं कि क्या वह उमर के इस बयान का समर्थन देते हैं
पीएम मोदी ने कहा कि उमर अब्दुल्ला चाहते हैं कि जम्मू-कश्मीर के लिए अलग से पीएम बनाया जाए.
मैं उमर की इस राय पर महागठबंधन में शामिल उनके सभी सहयोगी पार्टियों से स्पष्टीकरण मांगना चाहूंगा.
भाजपा नेताओं के अनुच्छेद 370 खत्म करने का पक्ष लेने की पृष्ठभूमि में अब्दुल्ला ने जम्मू कश्मीर का वर्षों पहले एक अलग प्रधानमंत्री होने ,
और राज्य की पहचान के संरक्षण के लिए उसे बहाल करने का उल्लेख किया था.
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने को लेकर राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने भी टिप्पणी की थी.
उन्होंने कुछ दिन पहले कहा था कि अगर ऐसा होता है तो हमें फिर से विचार करना होगा कि हमें भारत के साथ रहना भी है या नहीं.
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महबूबा मुफ्ती ने वित्त मंत्री अरुण जेटली पर पलटवार करते हुए शनिवार को कहा था कि संविधान के अनुच्छेद 370 को यदि खत्म किया गया,
तो भारत संघ और राज्य के बीच संबंध समाप्त हो जाएगा.
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महबूबा ने अपने आवास पर पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि अरुण जेटली को यह समझना चाहिए. यह कहना आसान नहीं है.
यदि आप (अनुच्छेद) 370 खत्म करते हैं तो जम्मू कश्मीर के साथ आपके संबंध समाप्त हो जाएंगे.
अरुण जेटली ने गुरुवार को जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने की वकालत करते हुए कहा था,
अनुच्छेद 35ए जो जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थायी निवासियों को संपत्ति खरीदने पर रोक लगाता है वह ‘संवैधानिक रूप से दोषपूर्ण’ है
राज्य के आर्थिक विकास को बाधित कर रहा है.
महबूबा ने कहा था कि अनुच्छेद 370 भारत संघ और राज्य के बीच एक सेतु है
यदि संविधान के विशेष प्रावधान को खत्म किया गया तो नई दिल्ली को जम्मू कश्मीर के साथ अपने संबंध ‘फिर से बातचीत करके तय करने होंगे’.
उन्होंने कहा था कि यदि आपने भारत के संविधान में हमें एक विशेष दर्जा दिया है
आप उस दर्जे को तोड़ते हैं तब हमें पुनर्विचार करना होगा कि क्या हम आपके साथ बिना शर्त रहना भी चाहते हैं या नहीं.
इससे पहले नेशनल कान्फ्रेंस के नेता मोहम्मद अब्दुल्ला वानी और अवामी इंसाफ पार्टी प्रमुख गुलाम अहमद शेख सलूरा अपने समर्थकों के साथ पीडीपी में शामिल हो गए.
महबूबा और पार्टी संरक्षक मुजफ्फर हुसैन बेग ने वानी और सलूरा का पार्टी में स्वागत किया.
यह कोई पहला मौका नहीं है जब महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा हो.
इससे पहले जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था.
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा था कि आज के जमाने में देशभक्ति कुर्सी बचाने के लिए जरूरी है.
Mehbooba Mufti अपने ट्वीट में बॉलीवुड की एक फिल्म का वीडियो भी डाला था.
जिसमें दो कलाकार आपस में यही बात कर रहे थे कि वह किस तरह से देशभक्ति के नाम पर चुनाव जीत सकते हैं.