Former Finance Minister Arun jaitley एम्स में 9 अगस्त से भर्ती हैं, लाइफ सपॉर्ट सिस्टम पर रखे गए हैं.बीजेपी के वयोवृद्ध नेता लालकृष्ण आडवाणी भी जेटली का हाल जानने एम्स पहुंचे,राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी भी एम्स जा चुके हैं
नई दिल्ली:LNN:Former Finance Minister Arun jaitley अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है.
पिछले कई दिनों से पूर्व केंद्रीय मंत्री का हाल जानने के लिए केंद्रीय मंत्री और नेता एम्स पहुंच रहे हैं
आज बीजेपी के वयोवृद्ध नेता और पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी और केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत भी जेटली का हाल जानने एम्स पहुंचे.
Former Finance Minister Arun jaitley को सांस लेने में परेशानी होने और बेचैनी महसूस होने के बाद उन्हें 9 अगस्त को अस्पताल में भर्ती किया गया था.
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Former Finance Minister Arun jaitley की हालत बेहद नाजुक है और AIIMS के सूत्रों के मुताबिक,
वह कार्डियो-न्यूरो सेंटर में एक्सट्रॉकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ECMO) और इंट्रा-एओर्टिक बैलून पंप (IABP) सपॉर्ट पर हैं.
ECMO पर मरीज को तब रखा जाता है जब दिल, फेफड़े ठीक से काम नहीं करते हैं और वेंटिलेटर का भी फायदा नहीं होता है.
इससे मरीज के शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाया जाता है.
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, हेल्थ मिनिस्टर हर्षवर्धन,
केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी समेत कई नेताओं ने एम्स में जेटली का हाल जाना है.
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने भी जेटली का हाल जाना है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जेटली के स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए शुक्रवार को एम्स पहुंचे थे
पेशे से वकील जेटली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल में उनकी कैबिनेट का महत्वपूर्ण हिस्सा थे.
उनके पास वित्त और रक्षा मंत्रालय का प्रभार था और सरकार के लिए वह संकटमोचक की भूमिका में रहे.
खराब स्वास्थ्य के कारण जेटली ने 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा
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पिछले साल 14 मई को एम्स में उनके गुर्दे का प्रत्यारोपण हुआ था.
रेल मंत्री पीयूष गोयल को उनके वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी
पिछले साल अप्रैल की शुरुआत से ही वह कार्यालय नहीं आ रहे थे और वापस 23 अगस्त 2018 को वित्त मंत्रालय आए.
लंबे समय तक मधुमेह रहने से वजन बढ़ने के कारण सितंबर 2014 में उन्होंने बैरिएट्रिक सर्जरी कराई थी.