Chinmayanand आयुर्वेद से इलाज का हवाला देकर लखनऊ के केजीएमयू से आश्रम लौटे

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Chinmayanand को डॉक्टरों ने लखनऊ के केजीएमयू रेफर किया, लेकिन अपना इलाज आयुर्वेद से कराने की बात कहकर मेडिकल कॉलेज से आश्रम लौट गए. एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को एक विडियो वायरल कर चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाते हुए उसे और उसके परिवार की जान को खतरा बताया था.

लखनऊ/शाहजहांपुर:LNN: Chinmayanand को डॉक्टरों ने गुरुवार को लखनऊ के केजीएमयू रेफर किया, लेकिन वह अपना इलाज आयुर्वेद से कराने की बात कहकर मेडिकल कॉलेज से आश्रम लौट गए.

चिन्मयानंद को स्वास्थ्य खराब होने के कारण शाहजहांपुर के मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था

जहां हालत ज्यादा खराब होने के चलते उन्हें डॉक्टरों ने केजीएमसी लखनऊ रेफर कर दिया.

हालांकि Chinmayanand अपना इलाज आयुर्वेद से कराने की बात कहकर मेडिकल कॉलेज से अपने आश्रम लौट गए.

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राजकीय मेडिकल कॉलेज की जन संपर्क अधिकारी डॉक्टर पूजा पांडे ने बताया कि चिन्मयानंद को यहां मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था.

उनको डायबीटीज, दस्त और हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत थी.

उन्होंने बताया कि इसके अलावा उनके हृदय में खून की आपूर्ति कम हो रही थी.

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उनकी उम्र 72 वर्ष है, ऐसे में दिल का दौरा पड़ने का भी खतरा है.

डॉक्टर पूजा ने बताया कि इसी कारण चिन्मयानंद को केजीएमसी लखनऊ रेफर किया गया

चिन्मयानंद के वकील ओम सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने चिन्मयानंद को केजीएमसी रेफर किया था.

लेकिन वह वहां ना जाकर अपने दिव्य धाम वापस आ गए हैं.

उनका कहना है कि वह आयुर्वेद पद्धति से अपना इलाज कराएंगे और ठीक हो जाएंगे.

वकील के मुताबिक, आयुर्वेद के डॉक्टर चिन्मयानंद के आवास पर पहुंच गए हैं और उनका इलाज शुरू कर दिया है.

इससे पहले लॉ की छात्रा के साथ कथित बलात्कार के मामले में चिन्मयानंद के एक इंटर कॉलेज में पढ़ा रही,

पीड़िता की मां से जुड़े सभी रेकॉर्ड कॉलेज प्राचार्य ने गुरुवार को विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपे.

मुमुक्षु आश्रम के प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि पीड़िता की मां को मई 2019 में चिन्मयानंद के स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में बतौर अध्यापक नियुक्ति दी गई थी.

एसआईटी ने इससे जुड़ी पूरी जानकारी मांगी थी, जो प्राचार्य ने आज उन्हें सौंप दी.

एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने गुरुवार को कहा, ‘हमें 23 सितंबर तक पूरी जांच रिपोर्ट इलाहाबाद उच्च न्यायालय को देनी है.

हम विवेचना में दोनों मामलों में कड़ी से कड़ी जोड़ रहे हैं’

उन्होंने बताया कि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है.

मैजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराने के बाद पीड़ित छात्रा ने चिन्मयानंद की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि अगर सरकार उसके मरने का इंतजार कर रही है तो वह आत्मदाह कर लेगी.

अरोड़ा ने कहा कि शीर्ष अदालत के निर्देश पर मुख्य सचिव ने एसआईटी का गठन किया है.

उन्होंने बताया कि टीम ने मुमुक्षु आश्रम परिसर देखा और जरूरत के अनुसार कॉलेजों के प्राचार्य और स्टाफ से पूछताछ की.

दोनों पक्षों को भी बुलाया गया और उनके बयान दर्ज किए गए.

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उनसे भी सवाल-जवाब किए गए और पीड़िता का बयान भी लिया गया.

उन्होंने बताया कि पीड़िता की ओर से दिल्ली पुलिस को दी गई,

शिकायत पर संज्ञान लेते हुए धारा 164 में उसका बयान दर्ज कराया गया है.

अरोड़ा ने बताया कि मोबाइल, पेन ड्राइव और गवाहों के मोबाइल सीज कर उन्हें फरेंसिक लैब भेजा गया है.

पीड़िता का आरोप है कि मैजिस्ट्रेट के समक्ष बयान होने के तीन दिन बाद भी ना तो बलात्कार और शारीरिक शोषण का मामला दर्ज हुआ है,

और ना ही चिन्मयानंद को गिरफ्तार किया गया है.

पीड़िता के पिता ने सवाल किया कि मैजिस्ट्रेट के समक्ष बयान होने के बाद भी चिन्मयानंद को गिरफ्तार नहीं करना.

उसके खिलाफ मामला दर्ज नहीं होना कहां तक सही है.

उन्होंने कहा कि एसआईटी भी उन्हें कोई जानकारी नहीं दे रही है. ऐसे में वह वकीलों से परामर्श करेंगे.

एसआईटी ने स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय जिस जमीन पर बना है, उसके अभिलेख, खसरा खतौनी आदि मांगे हैं.

इसके अलावा कुछ छात्रों का शैक्षिक रेकॉर्ड भी मांगे हैं.

स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त को एक विडियो वायरल कर,

Chinmayanand पर शारीरिक शोषण करने, कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए उसे और उसके परिवार की जान को खतरा बताया था.

पीड़िता के पिता की ओर से कोतवाली शाहजहांपुर में चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज किया.

एक दिन पहले चिन्मयानंद के अधिवक्ता ओम सिंह ने पीड़िता और उसके परिवार के खिलाफ पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का मामला दर्ज कराया था,

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