JNU Violence:एम्स में भर्ती घायलों से मिलीं प्रियंका गांधी

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JNU Violence;जेएनयू विश्वविद्यालय ने कहा है कि कैंपस में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रशासन परिसर में किसी भी प्रकार की हिंसा की कड़ी निंदा करता है.

नई दिल्ली:LNN:JNU Violence:जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में दो गुटों के छात्रों के बीच मारपीट की घटना हुई है. बताया जा रहा है कि यह घटना दो गुटों के छात्रों के बीच में हुई है.

इस हमले में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष के सिर पर गंभीर चोट आई है.

आईशी घोष ने कहा कि नकाबपोश गुंडों ने उन पर हमला किया जिसमें वो चोटिल हो गई हैं.

कैंपस में छात्रों के बवाल का वीडियो और फोटो भी सामने आया है.

घटना को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा है कि जेएनयू में हुई हिंसा को जानकर मैं बहुत हैरान हूं.

छात्रों ने बेरहमी से हमला किया. पुलिस को तुरंत हिंसा रोकनी चाहिए और शांति बहाल करनी चाहिए.

अगर हमारे छात्र परिसर के अंदर सुरक्षित नहीं रहेंगे तो देश कैसे आगे बढ़ेगा?

जेएनयू में हुई घटना के विरोध में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला.

छात्रों का आरोप है कि जेएनयू में पुलिस के साथ में एबीवीपी कार्यकर्ताओं में जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष के साथ में मारपीट की.

जेएनयू विश्वविद्यालय ने कहा है कि कैंपस में हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रशासन परिसर में किसी भी प्रकार की हिंसा की कड़ी निंदा करता है.

जेएनयू प्रशासन को उन छात्रों के प्रति दर्द और पीड़ा महसूस करता है जिनको हिंसा में चोटें आई हैं.

मुखौटा लगाए हुए कुछ लोगों का समूह जेएनयू में घुस गया और

उन्होंने वहां पथराव किया, छात्रों पर हमला किया और संपत्ति को नुकसान पहुंचाया : मानव ससांधन विकास मंत्रालय

हिंसा के कृत्यों और अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, जेएनयू की घटना दुर्भाग्यपूर्ण और बेहद निंदनीय : मानव संसाधन विकास मंत्रालय

JNU Violence की भारतीय जनता पार्टी ने कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि ये अराजक तत्वों की कोशिश है. अराजकता के लिए छात्रों को मोहरा बनाया जा रहा है.

दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग की ओर से कहा गया है कि एंबुलेंस को जेएनयू कैंपस के अंदर नहीं जाने दिया गया है.

पुलिस ने एंबुलेंस को जाने से रोका. पार्टी ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि दिल्ली पुलिस घायल छात्रों को चिकित्सा सहायता देने के लिए पहुंची एंबुलेंस को नहीं रोकेगी.

AIIMS ट्रॉमा सेंटर के अधिकारी: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) के 18 लोग सिर में रक्तस्राव, जबकि दूसरे घबराहट की शिकायत लेकर एम्स ट्रॉमा सेंटर आए हैं. जांच चल रही है.

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि नकाबपोशों द्वारा जेएनयू के छात्रों और शिक्षकों हमला किया गया है जिसमें कई गंभीर रूप से घायल हो गए हैं.

देश की सत्ता पर काबिज फासीवादी लोग बहादुर छात्रों की आवाज़ से डरते हैं. जेएनयू में आज की हिंसा उसी डर को दिखाती है.

जेएनयू में हुए बवाल पर एबीवीपी की जेएनयू यूनिट के अध्यक्ष दुर्गेश ने बयान जारी करके इस पूरे घटना का आरोप लेफ्ट विंग के छात्रों पर लगाया.

जेएनयू कैंपस में बवाल के बाज जामिया कोआर्डिनेशन कमेटी ने अधिक से अधिक संख्या में छात्रों को आईटीओ पहुंचने की अपील की है.

घटना को लेकर एबीवीपी ने कहा है कि एसएफआई, आइसा, डीएसएफ से जुड़े लोगों ने हमला किया है.

इस हमले में करीब 15 छात्रों को गंभीर चोटें आई हैं तथा अभी तक लगभग 11 छात्रों का कोई सुराग नहीं मिला.

जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष आईशी घोष ने कहा, ‘मुझे मास्क पहने गुंडों ने बेरहमी से मारा है. मेरा खून बह रहा है. मुझे बेरहमी से पीटा गया है.

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